सीआरपीएफ जवान मनोज कुमार की एम्स में हुआ सफल ऑपरेशन, पेट के बाहर लेकर घूम रहा था आंत

punjabkesari.in Saturday, Mar 31, 2018 - 12:42 PM (IST)

नेशनल डेस्कः चार साल पहले छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में घायल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का एक जवान अपनी आंत के एक हिस्से को पेट के बाहर पॉलिथिन में लिए घूम रहा था। सीआरपीएफ के जवान मनोज तोमर को अब इस दर्द से छुटकारा मिल गया है।

कठिन नहीं थी सर्जरी
एम्स ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों ने सर्जरी कर उनकी आंत को शरीर में वापस लगा दिया है। डॉक्टरों के मुताबिक उनके हालत में अब सुधार हो रहा है। उन्होंने मनोज की सर्जरी को एक आसान प्रक्रिया बताया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी सर्जरी जटिल नहीं थी और उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि पिछले चार साल से आंत का यह हिस्सा पॉलिथिन में लेकर घूमने को मजबूर थे।

एसी एम्बुलेंस से लाया गया दिल्ली
मनोज तोमर सामान्य जीवन जी सकेंगे। खबर सामने आने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने जवान को दस लाख की सहायता राशि और उनके अच्छे इलाज की घोषणा की थी। सीआरपीएफ की देखरेख में उन्हें इलाज के लिए एसी एम्बुलेंस से दिल्ली एम्स ट्रामा सेंटर लाया गया। वहीं तोमर के साथ प्रशासनिक अधिकारी और डॉक्टर भी दिल्ली पहुंचे। बता दें कि गुरुवार को मनोज की सर्जरी की जानी थी। लेकिन कुछ कारणों के चलते सर्जरी को टाल दिया गया और शुक्रवार को सर्जरी की गई।

छत्तीसगढ़ में तीन ऑपरेशन हुए फेल
मनोज ने बताया था कि रायपुर छत्तीसगढ़ में उनके तीन ऑपरेशन असफल हो गए थे। साल 2014 के नक्सली हमले में सात गोलियां लगने के बाद सर्जरी के दौरान आंत बाहर रखी गई थी। एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि उस वक्त मल निकासी के लिए कोलोस्टोमी सर्जरी की गई थी। जिस वजह से यह आंत पेट से बाहर रखी गई थी। हालांकि डॉक्टरों ने यह भी कहा कि जवान की कोलोस्टोमी सर्जरी नहीं की जानी चाहिए थी और सर्जरी जटिल नहीं थी, मालूम नहीं इतना वक्त कैसे लगा।
 


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