क्राइम ब्रांच ने कहा, ''हत्या नहीं हादसा'' था बुराड़ी कांड

punjabkesari.in Thursday, Oct 25, 2018 - 07:10 PM (IST)

नेशनल डेस्कः करीब चार महीने बाद बुराड़ी कांड में दिल्ली पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी कांड का खुलासा करते हुए कहा कि उस घर में उस रात जो कुछ भी हुआ वो ना तो कत्ल था और ना ही खुदकुशी। पुलिस के मुताबिक, यह एक हादसा था। लगभग चार महीने पहले एक ही घर से 11 लाशें निकलने के बाद अब तक लोगों के मन में एक ही सवाल था कि आखिर इन मौतों का सच क्या है? अधिकतर लोग ये मानने को तैयार नहीं थे कि एक ही घर के 11लोग एक साथ ऐसे खुदकुशी भी कर सकते हैं।

क्या था पूरा मामला, कैसे घटी घटना
बुराड़ी की वो घटना आपको याद होगी, जहां एक ही परिवार के 11 सदस्य फांसी के फंदे पर लटके पाए गए थे, वो भी मुर्दा। वहां से छानबीन में एक रजिस्टर मिला था, जिसमें लिखा था-आखिरी समय पर झटका लगेगा, आसमान हिलेगा, धरती हिलेगी, लेकिन तुम घबराना मत। मंत्र जाप तेज कर देना। मै तुम्हें बचा लूंगा। जब पानी रंग बदलेगा, तब नीचे उतर जाना, एक दूसरे की नीचे उतरने में मदद करना। तुम मरोगे नहीं बल्कि कुछ बड़ा हासिल करोगे। मगर उन्हें कोई बचाने नहीं आया और 11 लाशों के साथ वो घर एक झटके में श्मशान बन गया।

दिल्ली पुलिस ने क्याय कहा
ये राज़... रा ही गया कि 30 जून की रात को आखिर क्या हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी साफ था कि किसी के साथ किसी भी तरह की जबरदस्ती नहीं हुई। लिहाजा क्राइम ब्रांच ने मारे गए लोगों की दिमागी हालत जानने के लिए साइकोलॉजिकल अटोप्सी भी कराई। ये रिपोर्ट अब सामने आई है। देश और दुनिया को हिला देने वाले 11 लोगों की मौत के इस कांड को सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कोई पहलू नहीं छोड़ा और आखिरकार करीब 4 महीने बाद क्राइम ब्रांच इस नतीजे पर पहुंची है कि 1 जुलाई 2018 को हुआ बुराड़ी कांड खुदकुशी नहीं बल्कि हादसा था। दरअसल, क्राइम ब्रांच ने बुराड़ी के इस मकान में मिली 11 लाशों के दिमाग की साइकोलॉजिकल अटोप्सी करवाई थी।  
 


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Yaspal

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