ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच अफसर बताकर लखनऊ की दो NRI बहनों से ठगे 2 करोड़ रुपये
punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2024 - 11:55 AM (IST)
नॅशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 2 सगी बहनों से एक बड़ा ठगी का मामला सामने आया है। दोनों बहनों को डिजिटल अरेस्ट करके उनसे 1 करोड़ 90 लाख रुपये की ठगी की गई। ठगों ने दो दिन तक उन्हें झांसे में रखा और रकम ट्रांसफर कराई। यह दोनों बहनें कनाडा की नागरिक हैं और कुछ दिन पहले भारत घूमने आई थीं। ठगों ने इनसे चार राज्यों के कई बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए थे।
ठगी का तरीका और आरोपियों की चालबाजी
पीड़ित बहनों ने इस घटना के बाद पुलिस से शिकायत की और साइबर क्राइम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 25 लाख रुपये फ्रीज कराए। ठगों ने इन बहनों को यह बताया कि उनके बैंक खातों से आतंकियों को पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। इसके बाद ठगों ने मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर वीडियो कॉल की और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी।
क्या हुआ था घटना के समय?
लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में रहने वाली सुमन कक्कड़ और विनय थपलियाल दोनों बहनें कनाडा की नागरिक हैं। वे हाल ही में भारत घूमने आई थीं। 25 नवंबर को जब वे अपने घर पर थीं उनके मोबाइल नंबर पर एक वीडियो कॉल आई। कॉल करने वाले शख्स ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अफसर बताया और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी। साथ ही उनका नाम जेट एयरलाइंस के मालिक नरेश गोयल से जोड़ दिया।
ठगों की धमकी और ठगी का शिकार
ठग ने पीड़ित बहनों से कहा कि उनके बैंक खातों से आतंकवादियों को पैसे ट्रांसफर किए गए हैं जिससे वे कानूनी फंसे हुए हैं और उन्हें उम्रभर की सजा हो सकती है। यह सुनकर दोनों बहनें डर गईं और ठग के कहे अनुसार काम करने लगीं। उसने उन्हें बताया कि अगर वह रकम ट्रांसफर नहीं करेंगी तो उन्हें बड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। डर के मारे दोनों बहनें ठग के कहे अनुसार अपने बैंक खातों और एफडी से पैसे ट्रांसफर कर देती हैं जिसमें कुल 1 करोड़ 90 लाख रुपये की रकम चली गई।
साइबर क्राइम पुलिस ने शुरू की जांच
साइबर क्राइम पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज की और कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस ने ठगी करने वाले आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच तेज़ कर दी है। साथ ही पुलिस ने 25 लाख रुपये की रकम को फ्रीज कर दिया है।
बता दें जोकि यह मामला एक बार फिर से यह साबित करता है कि साइबर ठग अब डिजिटल अरेस्ट और धमकाने की तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोगों को ऐसे जालसाजों से बचने के लिए सतर्क रहना होगा। साइबर क्राइम पुलिस अब इस मामले की पूरी जांच कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि ठगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।