बेंगलुरु में खुला देश का पहला 3D प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस, PM मोदी बोले- हर भारतीय को होगा गर्व
punjabkesari.in Friday, Aug 18, 2023 - 03:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बेंगलुरु में देश का पहला 3D प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस खुल गया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को डाकघर का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस पोस्ट ऑफिस की तस्वीर शेयर करते हुए कहा- हर भारतीय को गर्व होगा।
Every Indian would be proud to see India's first 3D printed Post Office at Cambridge Layout, Bengaluru. A testament to our nation's innovation and progress, it also embodies the spirit of a self-reliant India. Compliments to those who have worked hard in ensuring the Post… pic.twitter.com/Y4TrW4nEhZ
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2023
बेंगलुरु के कैंब्रिज लेआउट में भारत के पहले 3D मुद्रित डाकघर की पीएम मोदी ने सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह देश के नवाचार और प्रगति का प्रमाण होने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है। पीएम मोदी ने X पर कहा, ‘‘हर भारतीय को बेंगलुरु के कैंब्रिज लेआउट में भारत का पहला 3डी मुद्रित डाकघर देखकर गर्व होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे देश के नवाचार और प्रगति का एक प्रमाण है, यह आत्मनिर्भर भारत की भावना का भी प्रतीक है।'' मोदी ने लिखा, ‘‘उन लोगों को बधाई जिन्होंने डाकघर को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की।''
The spirit of Aatmanirbhar Bharat!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) August 18, 2023
🇮🇳India’s first 3D printed Post Office.
📍Cambridge Layout, Bengaluru pic.twitter.com/57FQFQZZ1b
अश्विनी वैष्णव ने किया उद्घाटन
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बेंगलुरू में 3D प्रिंटिंग तकनीक से निर्मित भारत के पहले डाकघर का उद्घाटन किया। डाक विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के कैम्ब्रिज लेआउट में 1,021 वर्ग फुट क्षेत्र में निर्मित डाकघर के उद्घाटन के बाद वहां कामकाज शुरू हो जाएगा। डाक अधिकारियों के अनुसार, इस डाकघर का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड ने किया है जबकि आईआईटी मद्रास ने इसके लिए तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया।
45 दिन में बनकर तैयार हुआ डाकघर
उद्घाटन के बाद वैष्णव ने कहा, “विकास की भावना, अपनी तकनीक विकसित करने की भावना, कुछ ऐसा करने की भावना जिसे पहले के समय में असंभव माना जाता था- यही इस समय की परिभाषित विशेषता है।” डाकघर की संपूर्ण निर्माण गतिविधि 45 दिन में पूरी की गई। पारंपरिक तरीके से इसे बनाने में लगभग छह से आठ महीने लग जाते। लागत और समय की बचत 3डी-कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक को पारंपरिक भवन निर्माण प्रणाली का एक व्यवहार्य विकल्प बनाती है।