कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की शिकायत पर चुनाव आयोग सख्त, मांगी रिपोर्ट

punjabkesari.in Saturday, Jul 29, 2017 - 11:26 PM (IST)

नई दिल्लीः गुजरात में विधायकों को तोड़ने के भाजपा के सियासी आपरेशन से पस्त कांग्रेस ने इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग से गुहार लगाई थी। कांग्रेसियों की शिकायत पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने कांग्रेस के आरोपों पर गुजरात के मुख्य सचिव से 31 जुलाई तक एक रिपोर्ट भी मांगी है। चुनाव आयोग ने राज्य के सभी विधायकों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया है।

पार्टी ने आयोग से कहा था कि गुजरात में तीसरी राज्यसभा सीट जीतने के लिए भाजपा खरीद फरोख्त में जुटी है और कांग्रेस विधायकों को पैसे का प्रलोभन देकर तोड़ा जा रहा है। जो विधायक प्रलोभन में नहीं आ रहे उन्हें राज्य की पुलिस-प्रशासन डरा-धमका कर पार्टी छोड़ने का दबाव डाल रहा है। 

गौरतल है कि कांग्रेस ने गुजरात के इस सियासी हालात को राजनीतिक भ्रष्टाचार और लोकतंत्र पर प्रहार बताते हुए चुनाव आयोग से तत्काल उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन कर खरीद-फरोख्त में जुटे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

गुजरात में राज्यसभा की तीसरी सीट के लिए दावेदार अपने दिग्गज अहमद पटेल की भंवर में फंसी सियासी नाव को देखते हुए कांग्रेस ने शनिवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया। राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद की अगुवाई में पार्टी के उच्चस्तरीय प्रतिनिधमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति से मुलाकात की। 

इसमें आजाद के साथ आनंद शर्मा, अभिषेक सिंघवी, मनीष तिवारी और विवेक तनखा भी मौजूद थे। चुनाव आयोग से शिकायत करने के बाद बाहर निकले गुलाम नबी आजाद ने कहा कि गुजरात में विधायकों की जिस तरह खुली खरीद फरोख्त हो रही है वह लोकतंत्र पर प्रहार है। इसमें सबसे दुखद है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में उनकी पार्टी भाजपा इस काम को अंजाम दे रही है। आजाद ने कहा कि इसीलिए हमने चुनाव आयोग से तत्काल स्वतंत्र जांच समिति का गठन कर खरीद फरोख्त की जांच करने और इसमें जुटे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।

कांग्रेस ने आयोग को सौंपी गई अपनी शिकायत में कहा है कि गुजरात में सत्ताधारी भाजपा राज्यसभा चुनाव के लिए पैसे का खुला खेल खेलते हुए विधायकों के इस्तीफे करा रही है। उसके विधायकों पुना भाई गामित, मंगलभाई गामित और ईश्वर भाई पटेल से भाजपा और उसके एजेंटों ने कांग्रेस छोड़ने के लिए पैसे देने की पेशकश की गई। इतना ही नहीं तापी जिले के एसपी एनके अमीन ने इन विधायकों पर दबाव डाला। तीनों विधायकों के लिखित बयान की प्रति भी कांग्रेस ने अपनी शिकायत के साथ आयोग को सौंपते हुए एसपी अमीन के निलंबन या ट्रांसफर की मांग की है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News