Rahul Gandhi को गद्दार कहने पर कांग्रेस का आक्रोश, BJP सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस
punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2024 - 04:55 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को भाजपा के दो सांसदों, निशिकांत दुबे और संबित पात्रा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लोकसभा में पेश किया। कांग्रेस का आरोप है कि इन नेताओं ने राहुल गांधी पर 'देशद्रोही' और 'सोरोस लिंक' जैसे गंभीर और झूठे आरोप लगाए, जिससे उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने जानबूझकर राहुल गांधी के खिलाफ अपमानजनक और आधारहीन टिप्पणियाँ कीं, जिनसे न केवल उनका व्यक्तिगत अपमान हुआ, बल्कि पूरे विपक्ष की गरिमा को भी नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया गया। कांग्रेस पार्टी ने यह भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने इस मामले में कोई कार्रवाई करने के बजाय भाजपा सांसदों को संसद में बोलने की अनुमति दी, जिससे सरकार के दबाव का स्पष्ट संकेत मिलता है।
कांग्रेस ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और संबित पात्रा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया गया है। गोगोई ने कहा, "हमने इस पर लोकसभा अध्यक्ष से निर्णय की अपेक्षा की थी, लेकिन प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया। जो सदस्य हमारे खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किए जाने के बावजूद संसद में बोल रहे हैं, यह स्थिति सरकार की ओर से विपक्ष के अधिकारों का उल्लंघन करती है।" गौरव गोगोई ने आगे कहा, "आज हम देख रहे हैं कि सरकार के दबाव में लोकसभा अध्यक्ष कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियाँ की जा रही हैं, लेकिन सत्ता पक्ष के नेताओं के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। यह विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है।"
केसी वेणुगोपाल ने किया सरकार पर हमला
कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "हम देख रहे हैं कि सरकार विपक्ष को दबाने के लिए दमनकारी रवैया अपना रही है। कल एक सदस्य ने न केवल राहुल गांधी बल्कि पूरे विपक्ष के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन है। यह सरकार के दबाव का स्पष्ट उदाहरण है, और लोकसभा अध्यक्ष उनकी इस दबाव में आकर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।"
राहुल गांधी पर भाजपा नेताओं के आरोप
दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के बीच तीखी बहस हुई। दुबे ने राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के सलिल शेट्टी के साथ मिलकर भारत जोड़ो आंदोलन का संचालन किया और उस आंदोलन को पैसे दिए गए थे। दुबे ने कहा, “राहुल गांधी अमेरिका गए और बांग्लादेश के नरसंहार के जिम्मेदार मुश्फिकुल फजल से मिले। उन्होंने इल्हान उमर, रो खन्ना और बारबरा ली से भी मुलाकात की, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे का विरोध किया था। यह सब क्या था?” निशिकांत दुबे ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने उन लोगों से भी मुलाकात की, जो खालिस्तान बनाने की बात करते हैं और कश्मीर को भारत से अलग करने की कोशिश करते हैं। दुबे ने यह सवाल भी उठाया कि राहुल गांधी का इन लोगों से क्या संबंध है और क्या वह इन मुद्दों का समर्थन करते हैं?
राहुल गांधी 'देशद्रोही ?
भा.ज.पा. के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी 'देशद्रोही' हैं। पात्रा ने कहा, "राहुल गांधी और ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के संस्थापक जॉर्ज सोरोस के बीच संबंध हैं। सोरोस उन ताकतों का समर्थन करते हैं, जो भारत के खिलाफ प्रोपगेंडा फैलाते हैं। यह मुद्दा देश की एकता और संप्रभुता से जुड़ा हुआ है।" पात्रा ने यह भी दावा किया कि फ्रेंच मीडिया में इस बारे में खुलासा किया गया है कि राहुल गांधी जॉर्ज सोरोस के संपर्क में थे। भाजपा ने यह आरोप भी लगाया कि राहुल गांधी के विदेशी नेताओं से रिश्ते और उनके द्वारा उठाए गए विवादित मुद्दे देश की सुरक्षा और एकता के लिए खतरा हो सकते हैं। भाजपा ने कांग्रेस से यह सवाल भी किया कि क्या राहुल गांधी इन आरोपों का जवाब देंगे और सरकार की नीतियों के खिलाफ खड़े होकर विदेशी ताकतों का समर्थन करेंगे।
सरकार और भाजपा की मिलीभगत
कांग्रेस का यह भी आरोप है कि भाजपा और मोदी सरकार ने जानबूझकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाने की कोशिश की है। उनका कहना है कि भाजपा नेताओं की टिप्पणियाँ केवल राहुल गांधी के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे विपक्ष और भारतीय लोकतंत्र के खिलाफ हैं। कांग्रेस का कहना है कि जब राहुल गांधी ने भारतीय लोकतंत्र और सरकार के खिलाफ सवाल उठाए, तो भाजपा ने व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए, ताकि सरकार और उनकी नीतियों के खिलाफ उठती आवाजों को दबाया जा सके। कांग्रेस का यह भी कहना है कि भाजपा और मोदी सरकार के दबाव के कारण लोकसभा अध्यक्ष ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में संसद की कार्यवाही को स्थगित करने और विपक्ष के अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस और भाजपा के बीच यह विवाद अब एक नए मोड़ पर पहुँच गया है। भाजपा नेताओं द्वारा राहुल गांधी पर लगाए गए गंभीर आरोपों और कांग्रेस की विशेषाधिकार हनन की शिकायत ने भारतीय राजनीति को एक बार फिर तीव्र विवादों की ओर बढ़ा दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार और भाजपा जानबूझकर राहुल गांधी और विपक्षी दलों के खिलाफ गंदी राजनीति कर रहे हैं, ताकि लोकतंत्र के असल मुद्दों पर चर्चा न हो सके। अब देखना होगा कि लोकसभा अध्यक्ष इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और संसद में इस मुद्दे पर किस तरह की बहस होती है।