आत्मविश्वास और साहस के दम पर
punjabkesari.in Saturday, Apr 28, 2018 - 01:43 AM (IST)
नेशनल डेस्कः देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है। ऐसे में कुछ महिलाएं और बच्चियां अपने विरुद्ध होने वाले विभिन्न अपराधों और समस्याओं से निपटने में साहस का परिचय देकर दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन रही हैं। पिछले मात्र एक महीने के दौरान सामने आए उदाहरण निम्र में दर्ज हैं :
- मार्च को बंगाल के बीरभूम जिले के ‘सैंथिया’ में 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रही एक युवती को 3 बदमाशों ने घेर कर उस पर फब्तियां कसनी शुरू कर दीं और एक बदमाश ने उसका हाथ पकडऩे की कोशिश की। युवती ने पहले तो उन्हें अपनी करतूतों से बाज आने को कहा लेकिन जब वे न माने तो अभूतपूर्व साहस दिखाते हुए युवती ने उन तीनों को जमीन पर पटक कर बुरी तरह पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। इस युवती ने महीने पहले मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था।
- अप्रैल को पंजाब के होशियारपुर में शाम के समय एक झपटमार एक महिला से पर्स छीन कर भागने लगा परंतु महिला ने भी उसके पीछे दौड़ कर झपटमार को काबू कर लिया और उसके लाख कोशिशों के बावजूद तब तक उसे नहीं छोड़ा जब तक कि आसपास के लोगों ने आकर उसे पकड़ कर धुनाई करने के बाद पुलिस के हवाले नहीं कर दिया।
- अप्रैल को कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में 5 बदमाशों के गिरोह ने एक 16 वर्षीय लड़की को घेर कर उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी और उसे घसीट कर नजदीक के खेतों में ले जाने की कोशिश करने लगे। परंतु ब्लू बैल्ट धारी जूडो की माहिर युवती ने अपने जूडो कौशल का इस्तेमाल किया और उन पर ताबड़तोड़ लात-घूंसों की बरसात कर दी और फिर पुलिस में इस घटना की रिपोर्ट दर्ज करवा उन्हें पकड़वाया।
- अप्रैल जयपुर में गोपालपुरा बाईपास स्थित मूतुकला कालोनी की रहने वाली 8 वर्षीय अनिका सुबह 5 बजे डेयरी से 3 लीटर दूध लेकर लौट रही थी तो एक व्यक्ति उसका अपहरण करके बाइक पर बिठा कर ले भागा।अचानक बाइक बंद हो जाने पर अपहर्ता ने कोई नुकीली चीज मार कर अनिका को घायल कर दिया ताकि वह भाग न सके पर इसके बावजूद अनिका हाथ में ली हुई दूध की थैलियों के साथ ही बाइक से छलांग लगा कर अपहर्ता से खुद को बचाते हुए घर की ओर दौड़ पड़ी और घर वालों को आपबीती सुनाई।
- अप्रैल को भोपाल में एक आंगनबाड़ी कर्मचारी से छेड़छाड़ कर उसे छुरी मारने वाले बदमाशों को महिलाओं और युवतियों ने उसी जगह जम कर पीटा। महिलाओं और युवतियों में गुस्सा इतना था कि आरोपियों को पीटने के लिए वे पुलिस तक से भिड़ गईं और पुलिस को आरोपियों को लेकर वहां से भागना पड़ा। मार से घबराया एक बदमाश तो रोने लगा।
- अप्रैल को हरियाणा में अम्बाला छावनी की हाऊसिंग बोर्ड कालोनी में लड़की की बारात आई लेकिन फेरों से ठीक पहले दूल्हे की मां ने कार तथा 5 लाख रुपयों की मांग रख दी जिसका पता चलने पर बहादुर लड़की ने दहेज लोभी ससुरालियों की बारात बैरंग लौटाने के अलावा पुलिस में उनके विरुद्ध शिकायत दर्ज करवा दी।
- अप्रैल रात को बिहार के पटना में हथियारों से लैस 7 डाकुओं ने एक नॄसग होम पर धावा बोल दिया और लूटपाट करने लगे। एक कमरे का सामान लूटने के बाद जब वे दूसरे कमरे में जाने लगे तो नर्सिंग होम के मालिक की डाक्टर बेटी निकिता झा ने उन्हें यह कह कर रोक दिया कि उस कमरे में उनका पालतू कुत्ता मौजूद है जो उन पर हमला कर देगा। डाकुओं का ध्यान दूसरी तरफ लगा कर निकिता एक मरीज के कमरे में चली गई और अपने मोबाइल से 100 नम्बर पर काल करके मदद मांगी। पुलिस ने आकर 3 डाकुओं को पकड़ लिया जबकि 4 अन्य डाकू 6 लाख 70 हजार रुपए लेकर भागने में सफल हो गए।
- अप्रैल को उड़ीसा के भुवनेश्वर में चलती बस में एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने एक युवती से छेड़छाड़ की तो उसने चप्पल से उसकी धुनाई कर डाली।
उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि हमारी नारी शक्ति न सिर्फ बलात्कारियों बल्कि अन्य समस्याओं से निपटने में भी पूर्णत: सक्षम है। बशर्ते उन्हें जीवन की समस्याओं से जूझने के लिए सही प्रोत्साहन और कराटे व जूडो जैसी आत्मरक्षा की कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाए। —विजय कुमार