थप्पड़ कांड पर CM फड़णवीस की दो टूक, बोले- ''मराठी के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे''
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 06:01 PM (IST)

National Desk : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार पर हमला किए जाने की कड़ी निंदा की है। फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि मराठी भाषा के नाम पर गुंडागर्दी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा और मराठी लोगों का सम्मान होना चाहिए, लेकिन किसी की पिटाई या मारपीट किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है। यह घटना मुंबई के पास मीरा रोड की है, जहां 48 वर्षीय दुकानदार बाबूलाल चौधरी पर मनसे के सात कार्यकर्ताओं ने मराठी भाषा नहीं बोलने को लेकर हमला किया और उन्हें थप्पड़ मारे।
भाषा के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मीरा रोड में हुई इस घटना के तुरंत बाद एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा, "भाषा के नाम पर गुंडागर्दी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, सख्त कार्रवाई होगी। सभी को अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए, लेकिन किसी को भी मारपीट करने का अधिकार नहीं है।" फडणवीस गृह विभाग के भी प्रभारी हैं, इसलिए इस मामले में सरकार की सख्त प्रतिक्रिया आई है।
Mumbai, Maharashtra: Chief Minister Devendra Fadnavis says, "They have this feeling that only they are Marathi, that only they represent the Marathi people. But we too are Marathi. In fact, 91% of Marathi people have voted for us..." pic.twitter.com/BJlozP6mPo
— IANS (@ians_india) July 4, 2025
मनसे पर दी कड़ी प्रतिक्रिया
फडणवीस ने मनसे पर भी निशाना साधा और कहा, "मनसे को लगता है कि सिर्फ वे ही मराठी हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हम भी मराठी हैं और मराठी लोग हमारा समर्थन करते हैं।" माना जाता है कि मनसे के कार्यकर्ताओं ने दुकानदार को चेतावनी दी थी कि उन्हें इस इलाके में व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जब दुकानदार ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी भाषाएं बोली जाती हैं, तो मनसे के लोग नाराज हो गए और उन पर हमला कर दिया।
मनसे ने इस घटना का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने यह प्रतिक्रिया इसलिए दी क्योंकि दुकानदार ने मराठी भाषा का अपमान किया था। वहीं, महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने भी मनसे के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि मराठी भाषा का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।