पूर्व अग्निवीरों पर CISF का बड़ा ऐलान, जल्द मिलेगा 10 फीसदी आरक्षण और फिजिकल टेस्ट में छूट

punjabkesari.in Thursday, Jul 11, 2024 - 11:44 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रमुखों ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्णय के अनुरूप उनके बलों में जवानों के 10 प्रतिशत पद पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित रहेंगे। सीआईएसएफ महानिदेशक नीना सिंह, बीएसएफ में उनके समकक्ष नितिन अग्रवाल और सीआरपीएफ महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब थलसेना, नौसेना और वायु सेना में कर्मियों की अल्पकालिक भर्ती के लिए ‘अग्निपथ भर्ती योजना' पर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है।

सिंह ने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के संबंध में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके अनुरूप सीआईएसएफ भी पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया तैयार कर रहा है।'' सीआईएसएफ प्रमुख ने कहा कि भविष्य में कांस्टेबल पद पर सभी नियुक्तियों में पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित रहेंगी। उन्होंने ‘डीडी न्यूज' से कहा, ‘‘शारीरिक परीक्षा से भी उन्हें छूट दी जाएगी। इसके अलावा आयु सीमा में भी छूट दी जाएगी। पहले वर्ष में आयु में छूट पांच वर्ष की होगी और उसके बाद के वर्ष में आयु में छूट तीन वर्ष की होगी।''

सिंह ने कहा, ‘‘पूर्व अग्निवीर इसका लाभ उठा सकेंगे और सीआईएसएफ यह सुनिश्चित करेगा। यह सीआईएसएफ के लिए भी लाभकारी होगा क्योंकि बल को प्रशिक्षित और अनुशासित कर्मी मिलेंगे।'' सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत जून, 2022 में की थी। इसमें 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान किया गया था, जिनमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों के लिए बनाए रखने का प्रावधान है। सरकार ने बाद में ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया।

कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल इस योजना को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि चार साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 75 प्रतिशत अग्निवीरों का क्या होगा, क्योंकि कुल भर्तियों में से केवल 25 प्रतिशत ही 15 साल तक बने रहेंगे। विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसी और विभागों ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की योजना की घोषणा पहले ही कर दी है। सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक अग्रवाल ने कहा, ‘‘उन्हें चार साल का अनुभव होता है। वे पूरी तरह अनुशासित और प्रशिक्षित कर्मी हैं। यह बीएसएफ के लिए बहुत अच्छी बात है क्योंकि हमें प्रशिक्षित जवान मिल रहे हैं। थोड़े समय के प्रशिक्षण के बाद उन्हें सीमा पर तैनात किया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि पूर्व अग्निवीरों की भर्ती से सभी सुरक्षा बलों को लाभ मिलेगा।

अग्रवाल ने कहा, ‘‘कुल रिक्तियों में से 10 प्रतिशत उनके लिए आरक्षित होंगी।'' उन्होंने ‘डीडी न्यूज' से कहा, ‘‘उनके लिए आयु सीमा में छूट भी होगी। पहले बैच को आयु में पांच साल की छूट मिलेगी और उसके बाद के बैच को आयु में तीन साल की छूट मिलेगी।''

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक सिंह ने कहा कि पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के लिए उनके बल में सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भर्ती नियमों में तदनुसार संशोधन किया गया है। पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण किया गया है। उन्हें आयु सीमा में भी छूट मिलेगी। पहले बैच को पांच साल की छूट मिलेगी जबकि उसके बाद तीन साल की छूट मिलेगी।''

सिंह ने कहा कि पूर्व अग्निवीरों के लिए कोई शारीरिक दक्षता परीक्षा नहीं होगी। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने भी कहा कि उनके बल में पूर्व अग्निवीरों के लिए कोटा तय किया गया है। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए कोई शारीरिक परीक्षा नहीं देनी होगी, क्योंकि सेना उनकी यह परीक्षा पहले ही ले चुकी होती है। उन्होंने बताया कि उन्हें केवल शारीरिक फिटनेस प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी। 


 


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Content Writer

Yaspal

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