भारत के खिलाफ साजिश में कामयाब हुआ चीन ! LAC के पास बने चीनी मॉडल गांवों में लोगों का बसना शुरू

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 04:39 PM (IST)

बीजिंगः चीन की भारत के खिलाफ साजिश सफल होती दिख रही है। चीन ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास अपने मॉडल गांवों में लोगों को बसाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, चीन ने LAC के दूसरी तरफ करीब 630 मॉडल गांव बनाए हैं, जिनमें से लगभग 500 गांवों का निर्माण पूरा हो चुका है। इन गांवों को "जियाकॉन्ग विलेज" कहा जाता है, जिसका मतलब है "संपन्न गांव"। खासकर पूर्वी अरुणाचल के दूसरी तरफ चीन के लगभग 145 मॉडल गांव बनाए गए हैं।

 

चीन ने इन गांवों के निर्माण का काम करीब छह साल पहले शुरू किया था, लेकिन यह गांव काफी समय तक खाली थे। भारत की तरफ से बार-बार यह आशंका जताई जाती रही कि चीन इन गांवों का दोहरा इस्तेमाल कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इन गांवों का एक उद्देश्य तिब्बतियों पर नजर रखना भी है। चीनी सेना को शक है कि तिब्बती लोग भारतीय सेना को जानकारी दे सकते हैं, इसलिए उन्हें बिखरे हुए गांवों से हटाकर इन मॉडल गांवों में बसाया जा रहा है ताकि उन पर निगरानी रखी जा सके। साथ ही, जरूरत पड़ने पर चीन इन गांवों का सैन्य उपयोग भी कर सकता है।

 

सूत्रों का कहना है कि चीन ने LAC के दूसरी तरफ कई अंडरग्राउंड स्टोरेज बनाए हैं। यहां पर चीन के बंकर भी हैं, लेकिन मुख्य रूप से अंडरग्राउंड स्टोरेज पर ज्यादा फोकस किया गया है। अक्टूबर 2021 में चीन ने एक नया भूमि सीमा कानून पास किया था, जो 1 जनवरी 2022 से लागू हुआ। इस कानून के तहत, चीन बॉर्डर वाले इलाकों में अपने आम नागरिकों को बसाने का काम कर रहा है। अब इन मॉडल गांवों में लोगों का रहना शुरू हो गया है, और कई गांवों में अब लोग दिखाई देने लगे हैं। चीन द्वारा LAC के पास मॉडल गांवों में लोगों को बसाने और सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की इस साजिश का भारत पर कई तरह से असर हो सकता है।

 

इस साजिश का भारत पर क्या पड़ेगा ?

सुरक्षा पर बढ़ते खतरे: चीन द्वारा मॉडल गांवों का सैन्य उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। इन गांवों के जरिए चीन भारतीय सेना की गतिविधियों पर नजर रख सकता है और संभावित हमलों के लिए अपनी तैयारी को मजबूत कर सकता है।

 

सीमा पर तनाव में वृद्धि: चीन की इस रणनीति से भारत-चीन सीमा पर तनाव बढ़ सकता है। दोनों देशों के बीच पहले से ही संवेदनशील क्षेत्र में नई बस्तियों और सैन्य निर्माण गतिविधियों से हालात और जटिल हो सकते हैं।

 

तिब्बती समुदाय पर दबाव: चीन द्वारा तिब्बतियों को इन मॉडल गांवों में बसाना, उन्हें अपने क्षेत्र में नजरबंद करने और उनकी स्वतंत्रता को सीमित करने की कोशिश है। इससे तिब्बतियों के मनोबल पर असर पड़ सकता है और उनके भारत के साथ सहयोग में कमी आ सकती है।

 

राजनीतिक दबाव: चीन की इस चाल से भारत पर राजनीतिक दबाव भी बढ़ सकता है, खासकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर। भारत को इस स्थिति से निपटने के लिए अपनी कूटनीतिक रणनीतियों को और मजबूत करना होगा।

 

सामरिक तैयारियों की आवश्यकता: चीन की इस साजिश को देखते हुए भारत को अपनी सैन्य और सामरिक तैयारियों को और सुदृढ़ करना होगा, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति का सामना किया जा सके। यह समय है कि भारत अपनी सुरक्षा नीतियों की पुनः समीक्षा करे और आवश्यकतानुसार उन्हें अद्यतन करे।

 


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Content Writer

Tanuja

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