BREAKING : संसद में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल के पक्ष में उतरी कांग्रेस, चन्नी ने दिया बड़ा बयान

punjabkesari.in Thursday, Jul 25, 2024 - 03:32 PM (IST)

नैशनल डैस्क : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जालंधर से कांग्रेस के सांसद चरणजीत सिंह (charanjit Singh Channi) चन्नी ने आज लोकसभा सत्र में बजट पर चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का समर्थन किया। चन्नी ने सदन में यह कहा कि अमृतपाल सिंह पर जबरदस्ती NSA लगाकर उन्हें जेल भेजा गया था। उन्होंने इसे एक स्वतंत्रता के उल्लंघन के रूप में देखा और कहा कि इससे लाखों लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है।

चन्नी ने कहा, ''अमृतपाल लाखों वोट पाकर लोकसभा पहुंचे हैं। ऐसे में उन्‍हें लोकसभा में बोलने से रोकना फ्रीडम ऑफ स्‍पीच का उल्लंघन है। अमृतपाल को बोलने से रोकने का मतलब लाखों लोगों के आवाज को रोकना है।''

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इसके अलावा चरणजीत सिंह चन्नी ने वित्तमंत्री के पेश किए गए केंद्रीय बजट 2024-25 पर भी चर्चा करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि वे देश की संपत्तियों को बेच रहे हैं और देश को बर्बाद करने की गलती मत करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की  ईस्ट इंडिया कंपनी से तुलना करते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी और अंग्रेजों के बीच कोई फर्क नहीं है, सिर्फ रंग का फर्क है।

PunjabKesariसंसद में इस बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी चरणजीत सिंह चन्नी के वक्तव्य पर पलटवार किया और तीखी टिप्पणियाँ की। इससे हंगामा उभरा और सदन की कार्यवाही को लगभग 35 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। बिट्टू ने कहा, बिट्टू ने आरोप लगाया कि चन्नी हजारों करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं और उन पर ‘मी टू’ समेत अनेक आरोप हैं। उन्होंने कहा, ''

बता दें कि अमृतपाल सिंह एक भारतीय राजनेता है जो पंजाब के शहर गुरदासपुर से हैं। उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस द्वारा गुरदासपुर से उम्मीदवारी की थी और वह चुनाव जीतकर लोकसभा की सदस्य बने। उन्होंने इस चुनाव में वोटों के बहुमत से जीत हासिल की थी।

क्यों लगा है अमृतपाल पर एनएसए?

बता दें कि अमृतपाल खालिस्तानी समर्थक हैं। वह खालिस्तान के हित्त में बयानबाजी कर चुके हैं और उनके ऊपर पुलिस थाने पर जाकर हंगामा करने का भी आरोप है। अमृतपाल सिंह पर एनएसए (National Security Act, NSA) का लगाया जाना एक कठोर और विवादास्पद निर्णय था। इस निर्णय के पीछे कुछ मुख्य कारण थे जो सरकार द्वारा उन पर एनएसए लागू करने के लिए उठाए गए:

1. आपत्तिजनक व्यवहार: एनएसए का लागू किया जाता है जब व्यक्ति का आपत्तिजनक व्यवहार राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे को उत्पन्न कर सकता है। अमृतपाल सिंह को इसे लगा दिया गया शायद उनके कुछ बयान या क्रियाओं के कारण जिन्होंने समाज में आपत्ति या असहमति का संकेत दिया हो।

2. सार्वजनिक क्रिमिनल आरोप: अगर उन पर कोई सार्वजनिक क्रिमिनल आरोप लगाया गया हो जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाया हो, तो एनएसए का लागू किया जा सकता है। इसके लिए सरकार के पास तय सबूत होने चाहिए जो व्यक्ति के खिलाफ इस तरह के चर्चे को समर्थन देते हैं।

3. राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे: एनएसए इस्तेमाल करने का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखना होता है। अमृतपाल सिंह पर एनएसए लगाने का निर्णय शायद उनके बयानों या कार्यों के कारण लिया गया हो जो सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में चिंता पैदा कर सकते थे।

इन सभी कारणों के आधार पर अमृतपाल सिंह पर एनएसए लगाया गया था। एनएसए का लागू होना एक सरकारी निर्णय होता है और इसकी प्रक्रिया और अधिकारिकता विशेष संरचनाओं द्वारा निर्धारित की जाती है। 

जेल से बैठे जीता चुनाव

अमृतपाल ने जेल से बैठे ही हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी। लोकसभा चुनाव में पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से अमृतापल सिंह को 197120 वोटों से जीत हासिल हुई। कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा दूसरे नंबर पर रहे, जिन्हें 207310 वोट पड़े। आप के लालजीत सिंह भुल्लर तीसरे स्थान पर रहे थे।


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News Editor

Rahul Singh

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