चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालु ऐसे करवाए रजिस्ट्रेशन? जानें पूरे डिटेल्स
punjabkesari.in Friday, Sep 17, 2021 - 11:53 AM (IST)

देहरादून- कोरोना काल में सरकार द्वारा लगाए गए पाबंदियों को अब धीर-धीरे हटाया जा रहा है। हाल ही में उत्तराखंड में लंबे समय से बंद हुई चार धाम यात्रा को हाई कोर्ट से हरी झंडी मिल गई है। जिसके बाद वहां के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धामों में श्रद्धालुओं के स्वागत का ऐलान करते हुए कहा कि 18 सितंबर से यात्रा शुरू हो जाएगी।
चार धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब यात्रा भी शनिवार से ही शुरू होगी, लेकिन इस बीच यात्रियों को अगर चार धाम यात्रा पर जाना है, तो आपको कुछ अनिवार्य नियम, कायदे और तरीके जान लेने होंगे। इनमें से पहले यात्रियों को यह जान ना होगा कि तीर्थ यात्रा के लिए सबसे पहले पूर्व रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, आईए आपको बताते हैं इसकी पूरी प्रक्रिया-
श्रद्धालु इस तरह वेबसाइट पर करवाएं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
चार धाम यात्रा के लिए यात्री को सबसे पहले देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। बोर्ड को रजिस्ट्रेशन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है और इस रजिस्ट्रेशन के बगैर यात्रियों को धाम में अनुमति नहीं मिलेगी। रजिस्ट्रेशन करवाने की पूरी प्रक्रिया इस तरह है -
- सबसे पहले श्रद्धालु Badrinath-kedarnath.gov.in वेबसाइट पर लॉगिन करें।
-लॉगिन करने के लिए आपको अपना मोबाइल नंबर वेबसाइट पर दर्ज करना होगा।
-इसके बाद आप एक पासवर्ड जनरेट कर सकेंगे और एक कैप्चा टाइप करने के बाद लॉगिन हो जाएंगे।
-लॉगिन के बाद आपके दिए गए मोबाइल नंबर के ज़रिए वेरिफिकेशन होगा इसके लिए अपना मोबाइल ON रखें।
-एक ओटीपी के साथ मोबाइल या फिर दिए गए Email के जरिए से वेरिफिकेशन प्रक्रिया होगी।
इन बातों का भी रखें ध्यान-
श्रद्धालु इस बात का खास तौर पर खयाल रखें कि आपका मोबाइल नंबर वैध हो, दूसरी बात यह है कि आपको पूजा, पाठ, आरती, भोग या रुकने ठहरने संबंधी बुकिंग आदि के लिए इसी तरह रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। इस रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में कोई समस्या आती है तो उसके लिए बोर्ड की वेबसाइट पर एक संपर्क ईमेल भी दिया गया है।
वहीं बता दें कि रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के बाद आपको एक ई-पास की तरह का दस्तावेज़ मिल जाएगा, जिसे तीर्थ यात्रा की पूरी अवधि के दौरान आपको साथ रखना होगा, ये तमाम प्रक्रियाएं और शर्तें अगले आदेश तक के लिए लागू हैं।