चंद्रबाबू नायडू की धमाकेदार वापसी, आंध्र प्रदेश में बने ''नंबर 1'' और NDA में पार्टी को बनाया ''नंबर 2''

punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2024 - 11:12 PM (IST)

अमरावतीः आंध्र प्रदेश में विपक्षी दलों की एकजुटता के साथ सत्ता विरोधी लहर ने सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस को परास्त कर दिया और राज्य में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विजयी रहा। 

आंध्र प्रदेश के मतदाताओं ने स्पष्ट रूप से यह शानदार संदेश दिया कि वे चुनावों में मौजूदा वाईएसआर कांग्रेस सरकार को खारिज करके क्षणिक कल्याण पहल की जगह सतत विकास को प्राथमिकता देते हैं। वाईएसआरसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जनता और पार्टी कैडर के बीच जुड़ाव नहीं था क्योंकि सरकार के कल्याण उपाय प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से किए जाते हैं। 

इस नेता ने कहा कि शराबबंदी और वार्षिक नौकरी कैलेंडर जारी करने जैसे वादों के पूरा न होने से भी संभवत: युवाओं का पार्टी से मोहभंग हुआ। जगन के कल्याण दावों को तेदेपा ने अपनी "सुपर सिक्स" घोषणाओं के साथ प्रभावी ढंग से खारिज किया जिसमें 19 से 59 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को 1,500 रुपए मासिक पेंशन, युवाओं के लिए 20 लाख नौकरियां या 3,000 रुपये मासिक बेरोजगारी सहायता और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा शामिल है। 

मौजूदा सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने का मतदाताओं का निर्णय अल्पकालिक लाभों पर दीर्घकालिक विकास और प्रगति की प्राथमिकता को रेखांकित करता है, जो राज्य में सकारात्मक परिवर्तन को स्थायी करने के लिए सामूहिक आकांक्षा का संकेत देता है। 

एक-दो को छोड़कर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सभी निवर्तमान मंत्री सत्ता विरोधी लहर में बह गए। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पार्टी 2019 के विधानसभा चुनाव में 151 सीट जीतकर सत्ता में आई थी, लेकिन इस बार यह केवल 10 सीट पर आगे दिखी। इसने 2019 के लोकसभा चुनाव में 22 सीट जीती थीं, लेकिन इस बार यह केवल चार सीट तक सिमटती दिख रही है।  


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Content Writer

Pardeep

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