NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई का एक्शन जारी, पटना से चार MBBS डॉक्टरों को किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Thursday, Jul 18, 2024 - 08:32 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय जांच एजेंसी ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) प्रश्नपत्र लीक मामले के संबंध में पटना स्थित एम्स में पढ़ने वाले एमबीबीएस के चार विद्यार्थियों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस के तीसरे वर्ष के तीन छात्रों चंदन सिंह, राहुल अनंत व कुमार शानू और दूसरे वर्ष के एक छात्र करन जैन को पूछताछ के बाद सीबीआई टीम ने गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि एम्स के वरिष्ठ संकाय सदस्यों की मौजूदगी में छात्रों को छात्रावास के उनके कमरों से ले जाया गया। उन्हें बताया गया था कि जांच के लिए छात्रों की जरूरत है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने छात्रावास के उनके कमरों को भी सील कर दिया है।

एम्स पटना के निदेशक जीके पॉल ने बताया, ‘‘सीबीआई एम्स पटना के चार छात्रों को अपने साथ ले गई है। चंदन सिंह, राहुल अनंत और कुमार शानू तीसरे वर्ष के छात्र हैं और करण जैन दूसरे वर्ष का छात्र है।'' उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें छात्रों की तस्वीरें और मोबाइल नंबर भेजे हैं। पॉल ने बताया कि सीबीआई की एक टीम डीन, छात्रावास वार्डन और निदेशक के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) की मौजूदगी में छात्रों को ले गई है।

अधिकारियों ने बताया कि इससे दो दिन पहले सीबीआई ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ ​​आदित्य को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि कुमार ने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र चुराया था। अधिकारियों के मुताबिक, बोकारो निवासी कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राजू सिंह नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर प्रश्नपत्र चुराने में कुमार की मदद की थी। सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया।

मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने छह प्राथमिकी दर्ज की हैं। बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज शेष प्राथमिकी अभ्यर्थियों के स्थान पर किसी और के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ के आधार पर एजेंसी की अपनी प्राथमिकी, नीट-स्नातक 2024 में कथित अनियमितताओं की ‘व्यापक जांच' से संबंधित है। नीट-यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस वर्ष यह परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Yaspal

Related News