दिन में तले समोसे, रात में की पढ़ाई और साकार कर लिया डॉक्टर बनने का सपना
punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2024 - 12:04 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देश की सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा नीट-यूजी में नोएडा के 20 साल के समोसा बेचने वाले सनी कुमार ने सफलता हासिल करके संघर्ष की कहानियाें में एक नया पन्ना जोड़ दिया है। नोएडा के सेक्टर 12 में अपने समोसे के स्टॉल पर घंटों बिताने के बावजूद सनी ने नीट-यूजी 2024 परीक्षा में 720 में से 664 अंक हासिल किए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी इस छात्र की कहानी ने देश भर में कई लोगों को प्रेरणा दी है।
पहले था इंजीनियर बनने का सपना
नोएडा सेक्टर 12 में किराए के कमरे में रहकर दिन में स्कूल और फिर शाम को सन्नी समोसे का ठेला लगाता था। इसके बाद रात में पड़ोसी के वाई फाई से ऑनलाइन एग्जाम की तैयारी करता था। सन्नी का वैसे तो बचपन से सपना इंजीनियर बनने का था, लेकिन 10वीं क्लास में बायोलॉजी सब्जेक्ट चुना। जहां सन्नी ने 12वीं में 95 प्रतिशत मार्क्स हासिल कर अपना सपना भी बदल लिया, लेकिन संसाधन से महरूम सनी को कोई बाधा उसे आगे बढ़ने से नही रोक पाई। उसने नीट-यूजी 2024 एग्जाम क्लियर करके ये साबित कर दिया कि सपना पूरा करने के लिए संसाधन होना कोई जरूरी नहीं है।
दो साल से कर रहा था एग्जाम की तैयारी
बता दें कि सन्नी बीते 2 साल से लगातार नीट के एग्जाम की तैयारी कर रहा था। सन्नी की उससे बड़ी दो बहनें और एक भाई सहित परिवार में माता-पिता भी हैं। मम्मी गृहणी हैं, जबकि पापा बिहार मधुबनी में खेती का काम देखते हैं। दिन में समय के अभाव में सन्नी रात में नीट एक्जाम की तैयारी किया करता था। सन्नी ने बताया कि उसके पास इतने रुपए नहीं थे कि ऑफलाइन किसी कोचिंग से पढ़ाई कर पाए या फिर ऑनलाइन किसी कोचिंग के नोट्स खरीद पाए। इसलिए सन्नी ने ज्यादातर पुराने नोट्स से पढ़ाई की। इसके साथ ही फिजिक्स वाला से करीब साढ़े चार हजार का का ऑनलाइन नोट्स खरीदे और पढ़ाई शुरू की थी।
फिजिक्स वाला के संचालक ने किया 6 लाख देने का वादा
मीडिया को दिए एक बयान में सन्नी ने बताया कि इस एक्जाम के लिए वह हर दिन 4-5 घंटे पढ़ाई करता था। सन्नी का रूटीन सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक स्कूल का था। इसके बाद वह शाम 4 बजे से 9 बजे तक समोसा के साथ ब्रेड पकौड़ा का कार्ट सेक्टर 12 के एच ब्लॉक में लगता था। जिसमे करीब 700 रुपए की सेलिंग में 300 रुपए कमाई होती है, और इससे उसके घर का राशन आता था। फिर रात 9 बजे से 2 बजे तक ऑनलाइन पढ़ाई करता था। इस सपुर में पड़ोसी के वाई-फाई के साथ उसके एक दोस्त मनीष ने भी उसकी बहुत मदद की। अब अब नीट एक्जाम क्लियर के बाद फिजिक्स वाला (पीडब्लू) के संचालक अलख पांडे ने सनी के संघर्षों को देखते हुए उन्हें 6 लाख रुपये की छात्रवृत्ति की पेशकश की है, साथ ही मेडिकल कॉलेज की ट्यूशन फीस का भुगतान करने का वादा किया है।