गहरी नदी में समाई अनियंत्रित कार, भीषण सड़क हादसे में 3 शिक्षकों की मौत
punjabkesari.in Sunday, Nov 23, 2025 - 08:39 AM (IST)
नेशनल डेस्क। उत्तराखंड के अल्मोड़ा-हल्द्वानी मार्ग पर देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया जिसमें तीन शिक्षकों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शिक्षकों की कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई और सीधे शिप्रा नदी में जा समाई। यह घटना गरमपानी के पास की है। अल्मोड़ा से पांच शिक्षक एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए हल्द्वानी जा रहे थे। रास्ते में गरमपानी के पास उनकी कार गहरी खाई में गिरकर शिप्रा नदी में जा गिरी।
मृतकों और घायलों की पहचान
हादसे में तीन शिक्षकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
पुष्कर सिंह भैसोड़ा (50 वर्ष)
सुरेंद्र भंडारी (45 वर्ष)
संजय बिष्ट (51 वर्ष)
इस भीषण हादसे में एक शिक्षक, मनोज कुमार (43 वर्ष), गंभीर रूप से घायल हो गए।
रेस्क्यू और जांच
सूचना मिलते ही खैरना थाना पुलिस और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टीम ने घायल शिक्षक मनोज कुमार को खाई से निकालकर तुरंत अस्पताल भेजा जहां से उन्हें हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्र ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घायल शिक्षक को हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है और मृतकों के परिजनों को हादसे की जानकारी दे दी गई है।
हादसे की वजह
पुलिस के अनुसार घायल शिक्षक मनोज कुमार ने बताया कि कार को पीछे करने (बैक करने) के दौरान यह हादसा हुआ और कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
शिक्षक जगत में शोक की लहर
इस हादसे के बाद शिक्षक समुदाय में शोक और गहरा रोष व्याप्त है। तीनों मृतक शिक्षक शिक्षा जगत के जाने-माने चेहरे थे। पुष्कर सिंह भैसोड़ा एजुकेशनल मिनिस्टीरियल ऑफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष थे। संजय बिष्ट और सुरेंद्र भंडारी राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ, हवालबाग ब्लॉक के पदाधिकारी थे। शिक्षक नेताओं की मौत से पूरे जिले के शिक्षकों में दुख का माहौल है।
पहाड़ी रास्तों की सुरक्षा पर सवाल
इस दर्दनाक दुर्घटना के बाद एक बार फिर पहाड़ी रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था और रेलिंग/दीवारों की कमी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसे खतरनाक मोड़ों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
