Canada: विदेशी छात्रों को बड़ा झटका! अब 30% विद्यार्थी ही ब्रिटिश कोलंबिया में पढ़ सकेंगे

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2024 - 12:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कनाडा ने छात्रों की वीजा संख्या को सीमित करना शुरू कर दिया है। कनाडा का यह फैसला सभी विदेशी छात्रों के लिए है। कनाडा के सबसे बड़े इलाके बीसी (ब्रिटिश कोलंबिया) में अब 30 फीसदी ही अंतरराष्ट्रीय छात्र शिक्षा ले सकेंगे। पहले यह 35 फीसदी था, लेकिन चालू वर्ष में 5 फीसदी कटौती की गई है। भविष्य में इसका असर कनाडा में उच्च शिक्षा की उम्मीद रखने वाले उन भारतीय छात्रों पर पड़ सकता है, जिनके लिए बीसी पहली पसंद है।

पंजाबियों की पहली पसंद है ब्रिटिश कोलंबिया, वैंकूवर, सरीं
दरअसल, बीसी पंजाबियों की पहली पसंद है। कनाडा में पढ़ने वाले कुल विदेशी छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की होती है। ऐसे में कनाडा का यह फैसला भारतीय छात्रों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। बीसी के बैंकुवर, सरीं व आसपास के क्षेत्र पंजाबियों का गढ़ है। यहां के कॉलेजों में शिक्षा लेने के लिए पंजाबी समुदाय के छात्रों की लंबी कतार है। इससे पहले कनाडा सरकार ने घोषणा की थी कि 1 सितंबर 2024 से, निजी स्वामित्व वाले संस्थानों में अध्ययन करने के परमिट वाले अंतरराष्ट्रीय छात्र अब स्नातकोत्तर कार्य परमिट के लिए पात्र नहीं होंगे। ओपन वर्क परमिट केवल मास्टर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के जीवनसाथी के लिए उपलब्ध होंगे। स्नातक और कॉलेज कार्यक्रमों सहित अध्ययन के अन्य स्तरों में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के पति या पत्नी अब पात्र नहीं होंगे।

कुछ क्षेत्रों में 50 फीसदी तक जा सकती है कटौती: कनाडा के मंत्री मिलर
इस घोषणा के लागू होने से पहले ही कनाडा की प्रांतीय सरकारों ने भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में कनाडा ने 8,00,000 से अधिक विदेशी छात्रों को अस्थायी अध्ययन वीजा जारी किया था। इस दौरान कनाडाई संस्थानों में प्रवेश लेने वाले 40 फीसदी विदेशी छात्र भारतीय थे। वहीं 2023 में आंकड़ा 10 लाख 40 हजार का रहा। हालांकि कनाडा सरकार को उम्मीद थी कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या 9 लाख के करीब रहेगी। कनाडा के मंत्री मिलर ने कहा कि कुछ क्षेत्रों के लिए कटौती 50 फीसदी तक जा सकती है। कनाडा में अपराध का ग्राफ बढ़ता हुआ देखा गया है। टोरंटो पुलिस सेवा ने हाल ही में कहा कि टोरंटो में पिछले साल घरों में चोरी के लिए सेंधमारी में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कनाडा की आपराधिक खुफिया सेवा के अनुसार, 2022 और पिछले साल के बीच कनाडा में पहचाने गए।

कनाडा में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
कनाडा में अपराध का ग्राफ बढ़ता हुआ देखा गया है। इसमें भारतीय मूल के युवाओं की खासी शमूलियत पाई गई है। टोरंटो में पिछले साल घरों में चोरी के लिए सेंधमारी में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई। । कनाडा की आपराधिक खुफिया सेवा के अनुसार, 2022 से 2024 के बीच कनाडा में पहचाने गए आपराधिक संगठनों की संख्या में लगभग एक तिहाई की वृद्धि हुई है। संघीय एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा कि जांच के बाद 638 की सूची में 205 नए संगठित अपराध ग्रुप जोड़े गए। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि खालिस्तानी आतंक और अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट से जुड़े पंजाबी अप्रवासियों के गिरोह भी कनाडा में फल-फूल रहे हैं। इससे कनाडा के मूल निवासी असहज हैं। इसका दबाव कनाडा की फैडरल सरकार व पड़ रहा है।

कनाडा सख्ती कर रहा है, लेकिन भारतीय छात्रों में जाने का उत्साह कायम: सोनिया
ग्रे मैटर की एमडी सोनिया धवन का कहना है कि कनाडा में कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय छात्रों को लेकर सख्ती की जा रही है। पंजाब के छात्रों की पहली पसंद आज भी कनाडा ही है। सख्ती से कुछ बदलाव आ रहे हैं। कनाडा में अब क्वालिटी ऑफ एजुकेशन की तरफ फोकस किया जा रहा है। आपराधिक संगठनों की संख्या में लगभग एक तिहाई की वृद्धि हुई है।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने कही बड़ी बात
संघीय एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा कि जांच के बाद 638 की सूची में 205 नए संगठित अपराध ग्रुप जोड़े गए। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि खालिस्तानी आतंक और अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट से जुड़े पंजाबी अप्रवासियों के गिरोह भी कनाडा में फल-फूल रहे हैं।



 


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Content Editor

Harman Kaur

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