कनाडा में प्रवासियों के लिए JOBS नियमों में बड़ा बदलाव, आज से लागू होगा कानून, बढ़ेगी भारतीयों की मुश्किल

punjabkesari.in Thursday, Sep 26, 2024 - 03:38 PM (IST)

Toronto: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने हाल के महीनों में वीजा नियमों और विदेशी कामगारों की भर्ती के नियमों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। कनाडा को लंबे समय से एक बेहतरीन स्थायी निवास स्थान माना जाता रहा है, लेकिन अब यहाँ की परिस्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं। हाल ही में ट्रूडो सरकार ने 'टेंपरेरी फॉरेन वर्कर प्रोग्राम' (TFW) में बदलाव की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य इस योजना के दुरुपयोग को रोकना और धोखाधड़ी से बचाव करना है।यह कदम उन चिंताओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिसमें विदेशी कामगारों की भर्ती में धोखाधड़ी और श्रम बाजार के दुरुपयोग की आशंका शामिल है। यह नए नियम कनाडा में विदेशी कामगारों की भर्ती की प्रक्रिया को सख्त बनाते हैं जिससे प्रवासियों खास कर भारतीयों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

 

TFW प्रोग्राम क्या है?
TFW प्रोग्राम के तहत, कनाडाई कंपनियां उन विदेशी कामगारों को नौकरी पर रख सकती हैं, जब उन्हें यह सिद्ध करना हो कि उनके पास योग्य स्थानीय श्रमिक उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन सरकार का कहना है कि इस प्रोग्राम का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिसके कारण कनाडा में प्रतिभाशाली कामगारों की बजाय विदेशी कामगारों पर अधिक निर्भरता बढ़ गई है।

 

नए नियमों का प्रभाव
नए नियम आज, 26 सितंबर 2024, से लागू हो चुके हैं। इसके अनुसार, कंपनियों को अब विदेशी कामगारों की भर्ती से पहले 'लेबर मार्केट इम्पैक्ट असेसमेंट' (LMIA) करना अनिवार्य होगा। इस प्रक्रिया में कंपनियों को यह साबित करना होगा कि जिस नौकरी के लिए वे विदेशी कामगार को नियुक्त करना चाहते हैं, उसके लिए कोई योग्य नागरिक उपलब्ध नहीं है।

 

बेरोजगारी दर की शर्तें

  • कनाडाई सरकार ने यह तय किया है कि 6% या उससे अधिक की बेरोजगारी दर वाले महानगरीय क्षेत्रों में LMIA प्रक्रिया को अनुमति नहीं दी जाएगी।
     
  • खाद्य सुरक्षा क्षेत्रों (जैसे कृषि, फूड प्रोसेसिंग और फिश प्रोसेसिंग), निर्माण और स्वास्थ्य सेवा में सीज़नल और नॉन-सीज़नल नौकरियों के लिए LMIA की प्रक्रिया की जाएगी।
     
  • नियोक्ताओं को अब TFW प्रोग्राम के तहत अपने कुल कार्यबल के 10% से अधिक विदेशी कामगारों को नौकरी पर रखने की अनुमति नहीं होगी।
     
  • TFW प्रोग्राम के तहत काम करने वाले विदेशी कामगारों की नौकरी की अवधि अब केवल 1 वर्ष होगी, जो पहले 2 वर्षों तक होती थी।
     

भारतीयों पर असर
कनाडा में हुए इन बदलावों का सीधा असर भारतीय कामगारों पर पड़ेगा, खासकर उन लोगों पर जो पंजाब-हरियाणा और अन्य क्षेत्रों से काम के लिए कनाडा आते हैं। इनमें से अधिकांश लोग लो स्किल नौकरियों, जैसे खेतों पर काम करने में लगे होते हैं, और इन्हें कई कंपनियाँ TFW प्रोग्राम के माध्यम से नियुक्त करती थीं। नए नियमों के लागू होने के साथ, इन लोगों के लिए नौकरी पाना और भी कठिन हो सकता है।  कनाडाई सरकार का यह फैसला स्थानीय श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप कई विदेशी कामगारों की संभावनाएँ सीमित हो सकती हैं।

 

 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए भी बदलाव
इसके साथ ही, कनाडा की ट्रूडो सरकार ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए भी नए नियम लागू किए हैं। जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में घोषणा की कि इस वर्ष छात्र वीजा की संख्या में 35% की कमी की जाएगी, और अगले वर्ष यह संख्या 10% और कम कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, "इमीग्रेशन हमारी अर्थव्यवस्था के लिए एक लाभ है, लेकिन यदि कोई 'बुरे तत्व' सिस्टम का दुरुपयोग करते हैं, तो हमें कार्रवाई करनी होगी।"

 


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Content Writer

Tanuja

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