11 मौतों का रहस्य: इस घर में अब कौन रहेगा?
Tuesday, Jul 03, 2018 - 12:04 PM (IST)
वेस्ट दिल्ली(महेश चौहान): ये कैसा मोक्ष, जिनके शवों को उनके चौखट पर भी नहीं रखा गया। हिन्दू धर्म में मरने वाले लोगों को उनके घर से ही अंतिम यात्रा निकाली जाती है। बुराड़ी संत नगर की गली नंबर-4 का भूपी और उसके भाई ललित के परिवार वालों के साथ ऐसा नहीं हुआ। परिवार का कहना है कि इस परिवार के बारे में इलाके के लोग उनकी अच्छाइयों के बारे में बात किया करते थे। आज वही पूरा परिवार खत्म होने के बाद लोग उनके घर की चौखट को भी हाथ लगाने से डर रहे हैं। क्योंकि उनको पता चला है कि परिवार काले जादू का शिकार हुआ है। परिवार वालों का कहना है कि सोमवार को इलाके में हजारों लोग मिलने आ रहे थे। घटना के बाद अगर शवों को घर लाया जाता तो भीड़ को संभालना काफी मुश्किल हो जाता। इस बारे में पुलिस अधिकारियों ने भी परिवार वालों से बात साझा की थी। उनकी बातों को सही मानते हुए ही शवों को मोर्चरी से ही श्मशान घाट ले गए थे। जहां पर उनको अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
इस घर में अब कौन रहेगा?
नारायणी देवी का पूरा परिवार खत्म हो गया है। रिश्तेदारों का कहना है कि इस घर में अब कौन रहेगा। उनको नहीं पता। क्योंकि सभी दिल्ली से बाहर ही रहते हैं। इस घर को वह आने वाले दिनों में बेच ही देंगे। एक रिश्तेदार ने बताया कि घर में जिस तरह से घटना घटी है। उससे इस घर में रहने से भी डर लगेगा। इलाके के एक प्रॉपर्टी डीलर ने भी बताया कि इस घर को अगर रिश्तेदार बेचते भी हैं तो इस घर को खरीदने वाला शायद ही कोई हो। इस घर के रेट भी अब नहीं के बराबर लगेंगे।
हवन कराने की सोच रहे हैं पड़ोसी : घटना में तंत्रमंत्र की बात सामने आने के बाद अब गली के लोग खासतौर पर चौहान निवास और उसके सामने के लोग कहीं न कहीं जल्द ही अपने-अपने घरों में हवन कराने की बात कह रहे हैं। उनका सीधे तौर पर तो नहीं कहना है लेकिन अब डर भी लगने लगा है। उनका कहना है कि जिस तरह से घटना घटी है। मरने वालों की आत्माएं भटकती रहेंगी। उनको शांत करने के लिए अब वो भी सोच रहे हैं कि इसी हफ्ते हवन करा लें। जिससे उनके घर परिवार को कोई नुकसान नहीं हो।