भारतीय रंग में रंगें ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर, स्वैग से बोले ''नमस्कार दोस्तों...''
punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 01:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर ने आज मुंबई में संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। ब्रिटिश पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत नमस्ते इंडिया से की। ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर के इस अंदाज़ को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगी कि भारत आकर ब्रिटिश पीएम भारतीय रंग में रंग गए हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने पीएम स्टार्मर की पहली भारत यात्रा पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में दोनों देशों के रिश्तों में असाधारण प्रगति हुई है।
ऐतिहासिक CETA समझौता और फायदे
पीएम मोदी ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (CETA) का ज़िक्र करते हुए कहा कि जुलाई में मेरी यूके यात्रा के दौरान इस पर सहमति बनी थी। इस समझौते से कई लाभ होंगे-
- दोनों देशों के आयात लागत में कमी आएगी।
- युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
- व्यापार बढ़ेगा और इसका लाभ उद्योगों और उपभोक्ताओं दोनों को मिलेगा।
पीएम मोदी ने भारत और यूके को 'नेचुरल पार्टनर्स' बताते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून का राज जैसे मूल्यों में साझा विश्वास पर टिके हैं। उन्होंने जोर दिया कि मौजूदा वैश्विक अस्थिरता के दौर में यह बढ़ती साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार बनी हुई है।
शिक्षा क्षेत्र में हुई बड़ी डील
पीएम मोदी ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा से लेकर शिक्षा और नवाचार तक दोनों देशों के संबंधों में नए आयाम जुड़ रहे हैं।
- यह अत्यंत खुशी की बात है कि ब्रिटेन के 9 विश्वविद्यालय अब भारत में अपने परिसर (कैंपस) खोलने के लिए तैयार हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि पीएम स्टार्मर के साथ आया शिक्षा क्षेत्र का प्रतिनिधिमंडल अब तक का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली है।
पीएम ने आगे कहा कि "भारत की गतिशीलता (गति) और यूके की विशेषज्ञता मिलकर एक अद्वितीय तालमेल का निर्माण करती है। हमारी साझेदारी विश्वसनीय है और प्रतिभा व तकनीक से प्रेरित है।"
गाजा और यूक्रेन पर भी हुई चर्चा
वैश्विक अनिश्चितताओं का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज की बैठक में हमने हिंद-प्रशांत और पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता, साथ ही यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर भी विचार साझा किए। उन्होंने दोहराया कि भारत संवाद और कूटनीति के माध्यम से शांति बहाल करने के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। भारत प्रशांत महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।