बच्चों में बढ़ रही हड्डियों की कमजोरी, जानें कारण और बचाव के उपाय

punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 08:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आजकल बच्चों में हड्डियों की कमजोरी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। पहले के मुकाबले बच्चों में मामूली चोट लगने पर भी हड्डियां टूटने के मामले बढ़े हैं। पहले बच्चे दिन भर बाहर खेलते, दौड़ते-भागते थे, जिससे उनकी हड्डियां मजबूत रहती थीं। लेकिन आज के बच्चे मोबाइल, टीवी और गेम्स में अधिक समय बिताने लगे हैं, जिससे वे धूप और शारीरिक गतिविधि से दूर हो गए हैं, जो हड्डियों के लिए बेहद जरूरी हैं।

विटामिन डी की कमी
कैलाश अस्पताल के आर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. संकल्प जायसवाल के अनुसार, बच्चों का बाहर कम निकलना और धूप से दूर रहना हड्डियों की कमजोरी की मुख्य वजह है। धूप विटामिन डी का स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है।

खाने-पीने की आदतों में बदलाव
डॉक्टर ने बताया कि बच्चों की डाइट में साग-सब्जी, दूध, दही और अन्य पोषक तत्वों की कमी भी इस समस्या को बढ़ावा दे रही है। इसके बजाय जंक फूड, पैकेट स्नैक्स और कोल्ड ड्रिंक बच्चों के दैनिक आहार का हिस्सा बन गए हैं, जिनमें कैल्शियम और जरूरी पोषण कम होता है।

शारीरिक गतिविधि में कमी
आज के बच्चों का पढ़ाई और ट्यूशन का दबाव बढ़ने से खेलने-कूदने का समय कम हो गया है। शारीरिक गतिविधि की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इसके अलावा कुछ बच्चों में जन्मजात कैल्शियम की कमी या हार्मोनल समस्याएं भी हड्डियों को प्रभावित कर सकती हैं।

कैल्शियम की आवश्यकता
बच्चों की उम्र के अनुसार कैल्शियम की जरूरत भी बढ़ती जाती है। 1 से 3 साल के बच्चों को रोजाना 700 मिलीग्राम, 4 से 8 साल के लिए 1000 मिलीग्राम और 9 से 18 साल के बच्चों को 1300 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है। केवल दूध पिलाने से यह मात्रा पूरी नहीं होती, इसलिए बादाम, पपीता, हरी सब्जियां, बींस, ब्रोकली, टोफू, सूखे अंजीर और संतरा भी बच्चों के आहार में शामिल करना चाहिए। यदि बच्चे कमजोरी या चिड़चिड़ापन दिखाएं, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स देना आवश्यक है।

एक्सपर्ट्स की सलाह
डॉ. संकल्प जायसवाल के अनुसार, समय पर सही खान-पान और नियमित शारीरिक गतिविधि से बच्चों की हड्डियां मजबूत बन सकती हैं। वे सलाह देते हैं कि बच्चों को रोजाना कम से कम 20 से 30 मिनट धूप में खेलना चाहिए। साथ ही दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, नट्स जैसे पोषक तत्वों को आहार में शामिल करें। बच्चों को साइकिल चलाने, दौड़ने या किसी खेल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना भी जरूरी है।


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News Editor

Rahul Rana

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