दुर्लभ रक्त विकार से जूझ रही 3 साल की बच्ची के लिए बोन मेरो ट्रांसप्लांट से मिल सकती है उम्मीद

punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2024 - 11:00 AM (IST)

नेशनल डेस्क: गढ़ी मलियान में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन साल की युक्ति नाम की एक बच्ची दुर्लभ रक्त विकार डायमंड ब्लैकफैन एनीमिया (DBA) से जूझ रही है। युक्ति को एक महीने की उम्र से ही खून चढ़ाया जा रहा है और अब तक उसे 50 बार खून चढ़ चुका है। इसके बावजूद उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

युक्ति के परिवार की परेशानियां
युक्ति के माता-पिता, ज्योति और शाभा सिंह, इस समय बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब उन्हें अपनी बेटी की बीमारी के बारे में पता चला तो उनका दिल टूट गया। परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है और वे सरकार या एनजीओ से मदद की गुहार लगा रहे हैं ताकि युक्ति का इलाज कराया जा सके।

स्वास्थ्य समस्याएं
खून की बार-बार ट्रांसफ्यूजन के कारण युक्ति के शरीर में आयरन की मात्रा काफी बढ़ गई है, जिससे उसके लिवर, किडनी और दिल पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। पिछले तीन महीनों में उसकी हालत काफी बिगड़ गई है और वह निजी अस्पताल में भर्ती है। बोन मेरो ट्रांसप्लांट ही इस बीमारी का एकमात्र इलाज है।

डायमंड ब्लैकफैन एनीमिया क्या है?
डायमंड ब्लैकफैन एनीमिया एक दुर्लभ रक्त विकार है जो जीन में बदलाव के कारण होता है। इस बीमारी में अस्थि मज्जा (bone marrow) पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाती। लाल रक्त कोशिकाएं फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के अन्य हिस्सों में ले जाती हैं। यह बीमारी आमतौर पर जीवन के पहले साल के दौरान होती है और इसके लक्षणों में थकावट, दिल की धड़कन का तेज होना, त्वचा का नीला पड़ना और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।

लागत लगभग 40 लाख रुपये
डॉ. राजेश शर्मा, जो युक्ति का इलाज कर रहे हैं, ने कहा कि इस बीमारी का एकमात्र इलाज बोन मेरो ट्रांसप्लांट है। इस प्रक्रिया की लागत लगभग 40 लाख रुपये (लगभग 48,000 डॉलर) आ सकती है। अगर ट्रांसप्लांट नहीं किया गया तो युक्ति को जीवनभर खून चढ़ाना पड़ेगा, जिससे उसके शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ेगी और अन्य अंगों को नुकसान हो सकता है।


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Content Editor

Mahima

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