BJP New President: BJP New President: उपराष्ट्रपति का पद खाली, बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव भी थमा: जानें कब मिलेगा पार्टी को नया राष्ट्रीय मुखिया
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 02:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बीजेपी में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, यह सवाल इन दिनों राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा में है। पार्टी के संविधान के मुताबिक जब तक कम से कम 50% राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संगठन के चुनाव पूरे नहीं हो जाते, तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो सकता। इस बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने इस पूरी प्रक्रिया को और भी उलझा दिया है। अब पार्टी का पूरा ध्यान नए उपराष्ट्रपति के चुनाव पर आ गया है।
जल्द होगी इन 4 राज्यों में नए अध्यक्षों की घोषणा
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी जल्द ही उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और त्रिपुरा जैसे चार बड़े राज्यों में अपने नए प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान करेगी। इन नियुक्तियों के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।
- उत्तर प्रदेश: फिलहाल भूपेंद्र सिंह चौधरी यूपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, लेकिन उनका कार्यकाल खत्म हो चुका है। चूंकि उत्तर प्रदेश बीजेपी के लिए सबसे बड़ा और बेहद महत्वपूर्ण राज्य है, इसलिए यहां की नियुक्ति का असर पूरे संगठन पर पड़ सकता है। नए अध्यक्ष की तलाश जारी है और जल्द ही नाम की घोषणा की उम्मीद है।
- गुजरात: गुजरात में भी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया आखिरी चरण में है। यहां भी नए अध्यक्ष का नाम जल्द घोषित हो सकता है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का गृह राज्य है, इसलिए यह चयन बहुत खास माना जा रहा है।
- कर्नाटक: दक्षिण भारत में बीजेपी का मजबूत गढ़ माने जाने वाले कर्नाटक में संगठनात्मक चुनावों में देरी हुई है, जिस वजह से अभी तक नया प्रदेश अध्यक्ष नहीं चुना गया है। राज्य में हाल के राजनीतिक बदलावों के बाद यहां नई नियुक्ति जल्द होने की उम्मीद है।
- त्रिपुरा: पूर्वोत्तर भारत के इस अहम राज्य में राजीव भट्टाचार्य 2022 से प्रदेश अध्यक्ष हैं। अब पार्टी यहां भी नए नेतृत्व की ओर देख रही है। माणिक साहा के बाद आए भट्टाचार्य की जगह अब नए नाम पर चर्चा तेज है।
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राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव क्यों अटका है?
बीजेपी के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी हो सकता है जब देश के आधे से ज्यादा राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो चुके हों। लेकिन अभी तक कई राज्यों, खासकर उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और त्रिपुरा में यह प्रक्रिया अधूरी है।वहीं 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे ने भी इस चुनाव प्रक्रिया को रोक दिया है। अब पार्टी का सारा ध्यान नए उपराष्ट्रपति के चुनाव पर केंद्रित हो गया है, क्योंकि यह एक संवैधानिक पद है और इसकी प्रक्रिया पहले पूरी होनी है।
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क्या है अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया?
बीजेपी के संविधान की धारा-19 और 20 के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव एक तय प्रक्रिया से होता है। इसके लिए एक इलेक्टोरल कॉलेज तैयार किया जाता है, जिसमें राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषद के सदस्य शामिल होते हैं। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को कम से कम 15 साल का प्राथमिक सदस्य होना ज़रूरी होता है। साथ ही, उसे 20 प्रस्तावक मिलने चाहिए, जो 5 अलग-अलग राज्यों से हों, जहां संगठनात्मक चुनाव पूरे हो चुके हों। इसके बाद वोटिंग होती है और वोटों की गिनती के बाद परिणाम घोषित किया जाता है।
बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष तभी मिलेगा जब यूपी, गुजरात, कर्नाटक और त्रिपुरा जैसे राज्यों में संगठनात्मक नियुक्तियां पूरी हो जाएंगी। इन राज्यों में जैसे ही नए अध्यक्ष चुने जाएंगे, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा। तब तक पार्टी कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।