भाजपा सांसद ने टीएमसी पर साधा निशाना, कहा..2021 के चुनाव में जनता देगी जवाब

punjabkesari.in Monday, Feb 08, 2021 - 09:29 PM (IST)

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल से भाजपा की सांसद लॉकेट चटर्जी ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस पार्टी की शह पर भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या किये जाने, खास वर्ग का तुष्टीकरण करने, 30 प्रतिशत वोटों की राजनीति करने और भगवान राम-सीता का अपमान करने का सोमवार को आरोप लगाया और कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता इसका जवाब देगी। भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव रखते हुए विभिन्न क्षेत्रों में मोदी सरकार के कार्यों एवं उपलब्धियों तथा केंद्रीय योजनाओं को गिनाया, वहीं अपने गृह राज्य पश्चिम बंगाल की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उस पर केंद्रीय योजनाओं को राज्य के नागरिकों तक नहीं पहुंचाने का आरोप भी लगाया।

चटर्जी ने पश्चिम बंगाल सरकार के संदर्भ में कहा कि कोरोना टीका को लेकर राजनीति हो रही है। राज्य सरकार कह रही है कि मुफ्त टीका देगी लेकिन यह आयेगा कहां से ? भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा के 140 कार्यकर्ताओं की मौत के लिये कौन जिम्मेदार है...‘‘इसके लिये तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है।'' तुष्टीकरण कौन करता है और 30 प्रतिशत की राजनीति कौन करता है...‘‘यह तृणमूल कांग्रेस करती है।'' उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘तृणमूल कांग्रेस के नेता राम-सीता का अपमान करते हैं, ये लोग जयश्रीराम को लेकर राजनीति करते हैं और यह नारा लगाने वाले को गिरफ्तार किया जा रहा है।'' उन्होंने कहा कि ‘‘राम-सीता सभी के हैं और जयश्रीराम पूरे देश का नारा है।''

चटर्जी ने कहा, ‘‘ 2021 में जनता इसका जवाब देगी । '' भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने यह बात ऐसे समय में कही है जब इसी साल अप्रैल-मई में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। चुनाव में भाजपा और ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच टक्कर मानी जा रही है। चटर्जी ने कहा कि मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने, नोटबंदी लागू करने, जीएसटी लागू करने, तीन तलाक देकर संबंध तोड़ने की कुप्रथा को समाप्त करने जैसे बड़े कदम उठाये हैं, वहीं कोरोना वायरस महामारी के दौर में भी बहुत काम किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी।

चटर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार इस सदन के माध्यम से नए भारत की नींव रख रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री को ‘लोकतंत्र का सबक सीखना' होगा। चटर्जी ने कहा कि कोरोना वायरस के आने के समय देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर थी, लेकिन देशवासियों की जान बचाने के लिए मोदीजी ने स्वामी विवेकानंद के विचारों पर चलते हुए हृदय की बात सुनी और लॉकडाउन जैसा सख्त कदम उठाया।

भाजपा सांसद ने कहा कि अन्य देशों की सरकारों ने भी प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र से जो भी योजनाएं पश्चिम बंगाल जाती हैं, वहां उनका नाम बदल दिया जाता है या किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का किसानों को लाभ ही नहीं दिया जाता।

चटर्जी ने कहा कि केंद्र से राज्य में गरीबों के लिए भेजे गए चावल की गुणवत्ता तक बदल गयी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार और वहां सत्तारूढ़ पार्टी को राजनीति करनी है तो ''हमारे साथ करे, गरीबों और किसानों के साथ नहीं करे।'' चटर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने नई शिक्षा नीति पर भी रोक लगा दी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पश्चिम बंगाल में आयुष्मान भारत योजना को रोक दिया गया क्योंकि इसमें ‘कट-मनी' नहीं मिलता।''

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में दुष्कर्म की घटनाओं में पीड़िताओं के घर पहुंच जाते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में ऐसी अनेक घटनाएं घट रही हैं, उन पर वे मौन साध लेते हैं, किसान आंदोलन को समर्थन जताने दिल्ली के पास गाजीपुर पहुंच जाते हैं लेकिन कोलकाता में विकास सदन के सामने पिछले 40 दिन से धरने पर बैठे शिक्षकों तक नहीं पहुंचते और राज्य के किसानों का भी ध्यान नहीं रखते। चटर्जी ने दावा किया कि केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि योजना के लाभों से वंचित पश्चिम बंगाल के किसानों को पिछली पूरी अवधि का लाभ प्रदान करेगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Yaspal

Recommended News

Related News