पांच राज्यों में चुनाव बाद अब भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कसी कमर, अमित शाह ने संभाला मोर्चा

punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 10:05 PM (IST)

नेशनल डेस्कः त्रिपुरा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अभियान की मंगलवार को डिजिटल तरीके से शुरुआत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि राज्य ने 25 वर्ष तक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के शासन में बहुत कुछ झेला और भाजपा के सत्ता में आने के बाद ही राज्य में शांति आई। शाह ने कहा कि अगर भाजपा फिर से सत्ता में आई तो पार्टी त्रिपुरा को देश का नंबर एक राज्य बनाएगी।

शाह ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर त्रिपुरा में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की। उन्होंने भाजपा-इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) गठबंधन की सरकार के राज्य में चार साल पूरा होने पर आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘25 वर्ष तक कम्युनिस्ट शासन में त्रिपुरा को बहुत कुछ झेलना पड़ा। आज प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी और मुख्यमंत्री विप्लब देव के नेतृत्व में त्रिपुरा शांति और प्रगति की दिशा में बढ़ने के लिए जाना जाता है।'' राज्य में 25 वर्षों तक माकपा के शासन के बाद मार्च 2018 में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन की सरकार सत्ता में आई थी।

शाह ने कहा, ‘‘त्रिपुरा में पहले चरमपंथ, घुसपैठ, बंद और भ्रष्टाचार की बातें होती थीं। आज (नरेंद्र) मोदी जी ने त्रिपुरा और पूरे पूर्वोत्तर को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाया है और इस क्षेत्र को अष्ट लक्ष्मी (धन की देवी के आठ रूप) का नाम दिया है।'' पूर्वोत्तर क्षेत्र में आठ राज्य हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि त्रिपुरा पहले हिंसा, भ्रष्टाचार और नशीली दवाओं के व्यापार से त्रस्त था, लेकिन आज यह आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चार साल बाद आप सभी से मिलने आया हूं। एक साल बाद चुनाव होंगे और मैं आपसे एक और मौका देने की अपील करता हूं और मैं वादा करता हूं कि हम अगले पांच वर्षों में त्रिपुरा को विकास के मामले में देश में नंबर एक बना देंगे।''

केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया कि त्रिपुरा में जघन्य अपराधों में 30 प्रतिशत की कमी आई है और दोषसिद्धि दर पांच प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गई है। शाह ने कहा कि मौजूदा सरकार में किसानों की आमदनी दोगुनी हो गई है और प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 1.3 लाख रुपये हो गई है। उन्होंने रैली में कहा, ‘‘प्रत्येक किसान को अब सालाना 6000 रुपये मिल रहे हैं और इस उद्देश्य के लिए 400 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।''

प्रधानमंत्री-किसान योजना का उद्देश्य किसानों को तीन समान किश्तों में प्रति वर्ष 6000 रुपये प्रदान करके उनकी आय को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, ‘‘अगरतला को रेल के जरिए देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा गया है। 7000 करोड़ रुपये की लागत से कुल 542 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग बनाया गया है।'' उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन पिछले चुनाव के घोषणापत्र में किए सभी वादे पूरे करेगा और वह वोट मांगने फिर से त्रिपुरा आएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि विप्लव कुमार देव के नेतृत्व में राज्य समृद्ध, विकसित और नशीली दवाओं के खतरे से मुक्त हो सकता है। देब राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रेरित कर रहे हैं।'' भाजपा नेता ने कहा कि सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण के अलावा राज्य के सभी आगामी सरकारी मॉल में महिलाओं को 50 प्रतिशत स्टॉल मिलेंगे।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था जब देश में आए दिन आतंकी हमले होते थे। लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक ने देश की ताकत के बारे में दुनिया को कड़ा संदेश दिया है।'' केंद्रीय मंत्री ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 का 70 साल तक बचाव करने के लिए कांग्रेस की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘सोनिया जी और मनमोहन जी ने 70 साल तक एक बच्चे के की तरह अनुच्छेद 370 को संभाले रखा, लेकिन मोदी जी के दूसरी बार पद संभालने के बाद पांच अगस्त, 2019 को इस विशेष संवैधानिक प्रावधान को खत्म कर दिया गया।''

शाह ने विप्लव कुमार देव के नेतृत्व वाली सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले चार वर्षों से बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए कड़ी मेहनत की है। केंद्रीय गृह मंत्री ने अगरतला से लगभग 15 किलोमीटर दूर आनंदनगर में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) की आधारशिला भी रखी, जो पूर्वोत्तर में इस तरह का पहला संस्थान है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र उग्रवाद, नशीली दवाओं के खतरे, घुसपैठ और साइबर हमले से जूझ रहा है।

शाह ने कहा, ‘‘इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए एनएफएसयू की स्थापना करना केंद्र का एक रणनीतिक कदम है। संस्थान डीएनए, फिंगरप्रिंट, ड्रग एनालिसिस, साइबर अटैक और आतंरिक सुरक्षा पर स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कराएगा।'' उन्होंने कहा कि राज्य चाय बागानों में रहने वाले चाय मजदूरों को प्राथमिकता समूह राशन कार्ड प्रदान करेगा। इसके अलावा, उन्हें सामाजिक पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और पानी, बिजली और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। शाह ने दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम उपखंड में भारत-बांग्लादेश सीमा चौकी, सीमा पर बाड़बंदी और फेनी नदी का भी दौरा किया।


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Content Writer

Yaspal

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