Bihar SIR: चुनाव आयोग 3 लाख नाम काटने की कर रहा तैयारी, बांग्लादेश और नेपाल आए लोगों को भेजा नोटिस
punjabkesari.in Sunday, Aug 31, 2025 - 12:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क : बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) यानी विशेष गहन मतदाता सूची संशोधन को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। इस प्रक्रिया के तहत चुनाव आयोग ने राज्य भर में लगभग 3 लाख मतदाताओं को नोटिस जारी किया है, जिनके दस्तावेजों में गड़बड़ियां पाई गई हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा सकते हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, सबसे अधिक मामले सीमावर्ती जिला किशनगंज से सामने आए हैं, जहां बड़ी संख्या में लोगों को विदेशी नागरिक होने के संदेह में नोटिस जारी किए गए हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि कुछ लोगों के पास बांग्लादेश और नेपाल के नागरिक होने के बावजूद भारतीय मतदाता पहचान पत्र होने की आशंका जताई गई है।
बेटी-रोटी संबंध बना चुनौती
स्थानीय लोगों ने बताया कि नेपाल सीमा से सटे इस क्षेत्र में भारत-नेपाल के बीच पारंपरिक ‘बेटी-रोटी’ संबंध वर्षों से चला आ रहा है। ऐसे में नेपाल की लड़कियों की शादी भारत में और भारत की लड़कियों की शादी नेपाल में आम बात है। लेकिन अब BLO की ओर से 11 प्रकार के दस्तावेजों की मांग की जा रही है, जिन्हें जुटा पाना कई लोगों के लिए संभव नहीं है, खासकर तब जब उनके माता-पिता नेपाल निवासी थे या पिता अब जीवित नहीं हैं।
स्थानीय लोगों की नागरिकता की मांग
विवाद में फंसे कई लोगों ने सरकार से नागरिकता दिए जाने की मांग की है। कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने अपने सारे दस्तावेज BLO को जमा कर दिए थे। एक व्यक्ति ने बताया, “मेरे पिता बांग्लादेश से आए थे लेकिन मेरा जन्म भारत में हुआ है। अब मेरा वोटिंग अधिकार छीना जा रहा है। हम कहां जाएं?” उसने कहा कि उसने वोटर आईडी और आधार कार्ड जमा कर दिए थे, लेकिन स्थायी निवास प्रमाण नहीं दे सका क्योंकि वह मजदूरी के लिए बाहर रहता था।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने मिलकर 'वोटर अधिकार यात्रा' की शुरुआत की है। इस यात्रा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल हुए। उन्होंने SIR प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर सीधा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा, “यह चुनाव SIR के बारे में है, इसका मतलब है कि वोट चुराना। आज ये वोटिंग का अधिकार छीन रहे हैं, कल जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड भी छीन लेंगे। यही भाजपा की रणनीति है, मुद्दों से भटकाना और नए विवाद खड़े करना। आज महंगाई और बेरोजगारी सबसे बड़े मुद्दे हैं, लेकिन भाजपा के पास इसका कोई जवाब नहीं है।”