UPI यूज़र्स के लिए बड़ी खबर: GPay और Paytm पर अब अपनी पसंद की ID बनाने का मौका, जानें तरीका

punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 06:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में डिजिटल लेनदेन का सबसे लोकप्रिय और विश्वसनीय माध्यम UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) अब प्राइवेसी और सुरक्षा के मामले में एक बड़ा कदम आगे बढ़ गया है। अब तक ज्यादातर UPI ID सीधे मोबाइल नंबर से जुड़ी होती थीं, जिससे साइबर सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बनी रहती थीं। इसी समस्या को दूर करने के लिए Google Pay और Paytm जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म्स ने एक नया फीचर शुरू किया है। अब यूजर्स अपनी पसंद की कस्टम UPI ID बना सकते हैं, जिससे लेन-देन के दौरान उनका मोबाइल नंबर छिप जाएगा और प्राइवेसी मजबूत होगी।

कस्टमाइज्ड UPI ID से क्या है खास फायदा?
कस्टमाइज्ड UPI ID बनाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपके मोबाइल नंबर को पब्लिक होने से बचाती है। चूँकि पहले UPI ID मोबाइल नंबर पर आधारित होती थी, इसलिए साइबर अपराधियों के लिए व्यक्तिगत जानकारी तक पहुँचना आसान हो जाता था। नई सुविधा से यूजर का मोबाइल नंबर छिप जाएगा, जिससे लेन-देन ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा। यह कदम डिजिटल भुगतान प्रणाली में लोगों के भरोसे को और मजबूत करेगा।

Paytm पर ऐसे बनाएँ अपनी नई UPI ID
Paytm ने अपने यूजर्स के लिए कस्टम UPI ID बनाना बहुत आसान कर दिया है। इन चरणों का पालन करें:

सबसे पहले Paytm ऐप खोलें।
प्रोफाइल सेक्शन में जाएँ और "UPI & Payment settings" (यूपीआई और भुगतान सेटिंग्स) विकल्प चुनें।
➤ यहां आपको अपने सभी लिंक्ड अकाउंट्स और मौजूदा UPI ID की लिस्ट दिखाई देगी।
➤ अब "Create a new UPI ID" (एक नई यूपीआई आईडी बनाएँ) पर क्लिक करें।
➤ अक्षरों और अंकों को मिलाकर अपनी पसंद की एक नई आईडी सेट करें।
➤ आप भुगतान फेल होने जैसी स्थितियों से बचने के लिए बैकअप UPI ID भी बना सकते हैं।


GPay पर भी मिला प्राइवेसी का लाभ
Google Pay ने भी अपने यूजर्स के लिए इसी तरह का फीचर जारी किया है। इसका मतलब है कि GPay यूजर भी अब मोबाइल नंबर के बजाय खुद की बनाई हुई UPI ID का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह अपडेट प्राइवेसी को और भी मजबूत करेगा, साथ ही लेन-देन को पहले से ज्यादा आसान और सुरक्षित अनुभव प्रदान करेगा।

UPI का एक और बड़ा नियम बदला: 'कलेक्ट रिक्वेस्ट' बंद
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI से जुड़े एक महत्वपूर्ण नियम में भी बदलाव किया है। 1 अक्टूबर 2025 से P2P (पी2पी) कलेक्ट रिक्वेस्ट सिस्टम को बंद कर दिया गया है।
इसका सीधा मतलब है कि अब कोई भी यूजर UPI पर पैसे माँगने के लिए 'कलेक्ट रिक्वेस्ट' न तो भेज सकेगा और न ही प्राप्त कर सकेगा। अब केवल सीधा ट्रांसफर ही संभव होगा। यह बदलाव इसलिए किया गया क्योंकि धोखाधड़ी करने वाले (फ्रॉडस्टर्स) इस 'कलेक्ट रिक्वेस्ट' फीचर का दुरुपयोग कर रहे थे। कई बार यूजर गलती से या धोखे में इस रिक्वेस्ट को अप्रूव कर देते थे, जिसके कारण उनके अकाउंट से पैसे कट जाते थे। इस कदम से ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने में मदद मिलेगी।


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Content Editor

Mansa Devi

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