फडणवीस सरकार के मंत्री का बड़ा ऐलान, औरंगजेब की कब्र वाले खुल्ताबाद का नाम अब रत्नापुर रखा जाएगा
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 01:05 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर चल रहे विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब राज्य सरकार के मंत्री संजय शिरसाट ने खुल्ताबाद शहर का नाम बदलने का ऐलान किया है।
क्या है मामला?
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने खुल्लाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि मुग़ल सम्राट औरंगजेब की कब्र वाले इस शहर का नाम अब "रत्नापुर" रखा जाएगा। खुल्ताबाद, जो कि औरंगजेब की कब्र का स्थान है, में कई अन्य प्रमुख लोगों की भी कब्रें हैं, जैसे औरंगजेब के बेटे आजम शाह और निजाम आसफ जाह।
'क्रूर सम्राट की कब्र के लिए महाराष्ट्र में कोई स्थान नहीं... '
संजय शिरसाट और राज्य के कुछ अन्य नेताओं का मानना है कि औरंगजेब की कब्र का महाराष्ट्र में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। वे चाहते हैं कि औरंगजेब और उसके अनुयायियों की कब्रें हटाई जाएं और उनके द्वारा बदले गए शहरों के नाम फिर से सही किए जाएं। पिछले महीने शिरसाट ने कहा था कि छत्रपति संभाजी महाराज को प्रताड़ित करने और उनकी हत्या करने वाले इस क्रूर सम्राट की कब्र के लिए महाराष्ट्र में कोई स्थान नहीं हो सकता।
नाम बदलने की प्रक्रिया
शिरसाट ने कहा कि खुल्ताबाद का नाम पहले रत्नापुर था, जिसे औरंगजेब के शासनकाल में बदलकर खुल्ताबाद किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस प्रक्रिया को जारी रखेगी और जिन स्थानों का नाम औरंगजेब से संबंधित है, उन्हें फिर से उचित नामों से संबोधित किया जाएगा, जैसे कि औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर किया गया था।
स्मारक बनाने की योजना
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार खुल्ताबाद में छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे संभाजी महाराज के सम्मान में एक स्मारक बनाने पर विचार कर रही है। यह स्मारक उनके इतिहास और महानता का प्रतीक होगा।
विवाद और विरोध
महाराष्ट्र में औरंगजेब और उनके शासनकाल को लेकर विवाद लंबे समय से जारी है। कई दक्षिणपंथी संगठनों और राजनेताओं ने इस मुद्दे को उठाया है और शहरों के नाम बदलने की मांग की है। इस पर विरोध और समर्थन दोनों ही पक्षों की प्रतिक्रिया आ रही है, जिससे यह विवाद और भी तूल पकड़ रहा है।