हाथरस कांड: 'जो भी इस धरती पर आया है, उसे एक दिन जाना ही है', 123 लोगों की मौत पर बोले भोले बाबा

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2024 - 10:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नारायण साकार हरि उर्फ ​​भोले बाबा ने 2 जुलाई को हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की मौत पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि जो भी इस धरती पर आया है उसे एक दिन जाना ही है। स्वयंभू बाबा ने यह भी दावा किया कि सत्संग के दौरान एक साजिश रची गई थी, जिसके कारण उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मच गई।

होनी को कौन टाल सकता है?
एक बातचीत में भोले बाबा ने कहा, "2 जुलाई की घटना के बाद हम बहुत परेशान और व्यथित हैं। लेकिन, जो होना है उसे कौन टाल सकता है? जो भी इस धरती पर आया है, उसे एक दिन जाना ही है, हालांकि समय अलग-अलग हो सकता है।" उन्होंने कहा कि उनके नाम और प्रतिष्ठा को धूमिल करने की साजिश रची गई थी। उन्होंने दावा किया कि सभा के बीच कोई जहरीला पदार्थ छिड़का गया था।

हमारी प्रतिष्ठा खराब करने की साजिश रची गई थी 
​​उन्होंने कहा, "हमारे वकील ए.पी. सिंह और प्रत्यक्षदर्शियों ने हमें सभा में ज़हरीले स्प्रे के बारे में बताया। इससे साबित होता है कि हमारा नाम और प्रतिष्ठा खराब करने की साजिश रची गई थी।" हालांकि, स्वयंभू बाबा ने घटना की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित एसआईटी पर भरोसा जताया और कहा कि सच्चाई सामने आएगी और 'षड्यंत्रकारियों' को सजा मिलेगी।

भोले बाबा किसी भी आरोप से बरी
उल्लेखनीय है कि हाथरस भगदड़ की जांच कर रही एसआईटी ने भी घटना के पीछे ‘बड़ी साजिश’ की आशंका से इनकार नहीं किया है। हालांकि इसने कार्यक्रम आयोजकों, स्थानीय पुलिस और राज्य प्रशासन को दोषी ठहराया, लेकिन भोले बाबा को किसी भी आरोप से बरी कर दिया। 

एसआईटी रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने उप-विभागीय मजिस्ट्रेट, सर्किल अधिकारी, तहसीलदार, स्टेशन हाउस अधिकारी और दो स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया।फूलराई गांव में आयोजित आध्यात्मिक समागम में 2 लाख से अधिक लोग ‘सत्संग’ के लिए आए थे। हालांकि, मामले में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि आयोजकों ने 80,000 लोगों की भीड़ के लिए अनुमति ली थी।


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Content Editor

rajesh kumar

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