Covaxin के लिए WHO की मंजूरी मिलने को लेकर भारत बायोटेक आश्‍वस्‍त

punjabkesari.in Tuesday, May 25, 2021 - 08:53 PM (IST)

नेशनल डेस्कः ऐसे समय जब कोविड के लंबे दौर के बाद विभिन्न देश ट्रेवल और टूरिज्म क्षेत्र को खोलने की तैयारी कर रहे हैं, भारत में विकसित वैक्सीन Covaxin को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में अभी भी कुछ 'संशय' है। भारत बायोटेक की ओर से कोवैक्सीन को तैयार किया जा रहा है।

अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, ऑस्‍ट्रेलिया, आयरलैंड और यूरोपीय यूनियन ने कोवैक्‍सीन को आपात इस्तेमाल की सूची (ईयूएल) में नहीं रखा है। हालांकि सूत्रों ने बताया ‘‘भारत बायोटेक WHO की आपात इस्तेमाल सूची में कोवैक्सीन के सूचीबद्ध होने को लेकर आश्वस्त है।''

सूत्रों के अनुसार, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) ने सरकार को सूचित किया है कि उसने कोवैक्सीन से जुड़े 90 प्रतिशत दस्तावेज पहले ही WHO में जमा करा दिए हैं ताकि आपात इस्तेमाल की सूची (ईयूएल) में टीके को सूचीबद्ध कराया जा सके।

सूत्र बताते हैं क‍ि कोवैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से आपात इस्तेमाल सूची में सूचीबद्ध कराने के लिए सरकार के साथ हुई चर्चा में हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक लिमिटेड ने बताया कि बाकी बचे दस्तावेजों के जून तक जमा कराए जाने की उम्मीद है।

सूत्रों ने बताया, ‘‘बीबीआईएल डब्ल्यूएचओ की आपात इस्तेमाल सूची में कोवैक्सीन के सूचीबद्ध होने को लेकर आश्वस्त है।''उन्होंने बताया कि किसी भी देश ने ‘टीका पासपोर्ट' लागू नहीं किया है और दुनिया के विभिन्न देशों की मंजूरी की अपनी व्यवस्था है, अधिकतर मामलों में यात्रा के दौरान आरटी-पीसीआर जांच में कोविड-19 नेगेटिव होने के प्रमाणपत्र की जरूत है। उन्होंने बताया कि कोवैक्सीन को पहले ही 11 देशों से नियामकीय मंजूरी मिल चुकी है।

सूत्रों ने बताया कि सात देशों की 11 कंपनियों ने कोवैक्सीन के उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में रुचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि अमेरिका में छोटे पैमाने पर कोवैक्सीन के तीसरे चरण के चिकित्सीय परीक्षण के लिए अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएएफडीए) से वार्ता अंतिम दौर में है।

सूत्रों ने बताया कि बीबीआईएल ब्राजील और हंगरी में कोवैक्सीन की नियामकीय मंजूरी हेतु जरूरी दस्तावेजों को जमा कराने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि बीबीआईएल की ईयूएल को लेकर सरकार के साथ हुई बैठक में कंपनी के प्रबंध निदेशक वी. कृष्णा मोहन और उनके सहयोगियों के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक बैठक में शमिल होने वालों में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी थे।


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Content Writer

Yaspal

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