राष्ट्रपति कोविंद के जन्मदिन पर मोदी ने दी शुभकामनाएं, ''ईश्वर आपको लंबी आयु दे''

punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2017 - 10:23 AM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं देते हुए उनके दीर्घायु, स्वस्थ एवं देशसेवा में सर्मिपत जीवन की कामना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘राष्ट्रपति जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। ईश्वर उन्हें हमारे राष्ट्र के लिए सर्मिपत लंबा और स्वस्थ्य जीवन दे।’’  उन्होंने लिखा है, ‘‘जबसे उनका कार्यकाल शुरू हुआ है, राष्ट्रपति जी ने अपने सरल और दयालु स्वभाव के माध्यम से स्वयं को भारत के लोगों का प्रिय बना लिया है।’’  मोदी ने कोविन्द को उनके 72 वें जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया है, ‘‘मैंने हमेशा पाया है कि राष्ट्रपति जी 125 करोड़ भारतीयों, खास तौर गरीबों और वंचितों की आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील हैं।’’
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वकील, अनुभवी राजनीतिक प्रतिनिधि तथा भारतीय सार्वजनिक जीवन और समाज में समतावाद और एकता के समर्थक रामनाथ कोविन्द का जन्म एक अक्तूबर, 1945 को कानपुर के निकट, उत्तर प्रदेश के परौंख गांव में हुआ।  25 जुलाई, 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले, कोविन्द ने 16 अगस्त, 2015 से 20 जून, 2017 तक बिहार राज्य के 36वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया।  कोविंद ने कानपुर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और कानपुर विश्वविद्यालय से बी.कॉम और एलएलबी की उपाधियां प्राप्त कीं। वर्ष 1971 में उन्होंने दिल्ली बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में प्रवेश किया।

कोविन्द वर्ष 1977 से 1979 तक दिल्ली हाईकोर्ट में केन्द्रीय सरकार के अधिवक्ता तथा वर्ष 1980 से 1993 तक सुप्रीम कोर्ट में केन्द्रीय सरकार के स्थायी परामर्शक थे। वह साल 1978 में भारत के सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट-ऑन-रिकार्ड बने। उन्होंने 1993 तक लगभग 16 वर्ष तक दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम में प्रैक्टिस की। कोविन्द अप्रैल, 1994 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। उन्होंने मार्च, 2006 तक उच्च सदन में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण पर संसदीय समिति, गृह मंत्रालय पर संसदीय समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस पर संसदीय समिति; सामाजिक और न्याय अधिकारिता पर संसदीय समिति; तथा विधि और न्याय पर संसदीय समिति जैसी संसदीय समितियों में सदस्य के रूप में कार्य किया।


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