शादी के बाद युवक को शुरू हुई सेक्शुअल प्रॉब्लम, विज्ञापन देखते ही गुरुजी के पास गया, फिर जो हुआ...
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 11:19 AM (IST)
नेशनल डेस्क। बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को यौन स्वास्थ्य (Sexual Health) संबंधी समस्याओं के इलाज के नाम पर 48 लाख रुपये की बड़ी ठगी का शिकार होना पड़ा है। यह मामला सिर्फ वित्तीय धोखाधड़ी का नहीं है बल्कि उस तथाकथित आयुर्वेदिक उपचार के कारण इंजीनियर की किडनी को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है। ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन में इस संबंध में एक केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
शादी के बाद शुरू हुई समस्या
कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के मूल निवासी यह सॉफ्टवेयर इंजीनियर 2023 में शादी के बंधन में बंधे थे। शादी के बाद उन्हें यौन स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याएं होने लगीं। उन्होंने पहले केंगेरी के एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल में डॉक्टर से सलाह ली और कुछ दवाएं लीं।
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3 मई 2025 को केएलई लॉ कॉलेज के पास उन्होंने एक आयुर्वेदिक टेंट के बाहर 'क्विक सॉल्यूशन' का विज्ञापन देखा। बेहतर और तुरंत इलाज की आस में उन्होंने वहां जाने का फैसला किया। टेंट के अंदर उनकी मुलाकात विजय गुरुजी नाम के एक व्यक्ति से हुई। गुरुजी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे दुर्लभ आयुर्वेदिक उपचारों से उनकी समस्या का स्थायी समाधान कर देंगे।
एक के बाद एक दवाएं खरीदता गया इंजीनियर
गुरुजी ने टेंट के अंदर कुछ साधारण जांच करने के बाद इंजीनियर को महंगे और दुर्लभ होने का दावा की गई दवाएं खरीदने को कहा। सबसे पहले उन्हें यशवंतपुर स्थित विजयालक्ष्मी आयुर्वेदिक शॉप से देवरज बूटी खरीदने की सलाह दी गई जिसकी कीमत 1.6 लाख रुपये प्रति ग्राम बताई गई। इसके बाद गुरुजी ने भावना बूटी तैला की जरूरत बताई जिसकी कीमत 76,000 रुपये प्रति ग्राम थी। इंजीनियर ने अपनी पत्नी और माता-पिता से पैसे उधार लेकर इस तेल की 15 ग्राम मात्रा 17 लाख रुपये में खरीदी।
लोन लेकर दिया 48 लाख का चूना
जब इन दवाओं से कोई लाभ नहीं हुआ तो गुरुजी ने इंजीनियर पर और दवाएं खरीदने का दबाव बनाया। गुरुजी ने दबाव बनाया कि अगर वे देवरज बूटी और नहीं खरीदेंगे तो इलाज सफल नहीं होगा। इस पर इंजीनियर ने बैंक से 20 लाख रुपये का लोन लिया। इसके अलावा गुरुजी के निर्देश पर उन्होंने दोस्तों से भी पैसे उधार लिए और देवरज रस बूटी नाम की एक और दवा खरीदी। इस दवा की कीमत 2.6 लाख रुपये प्रति ग्राम थी जिसके लिए उन्होंने 10 लाख रुपये चुकाए। कुल मिलाकर इंजीनियर को इलाज के नाम पर लगभग 48 लाख रुपये का चूना लगा दिया गया।
सेहत में सुधार नहीं, किडनी हुई डैमेज
इतनी बड़ी रकम खर्च करने और दवाएं लेने के बावजूद इंजीनियर की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। कुछ दिनों बाद हुई मेडिकल जाँच में पता चला कि इंजीनियर की किडनी खराब (Kidney Damage) हो गई है। डॉक्टरों ने आशंका जताई कि यह नुकसान उन्हीं संदिग्ध दवाओं के सेवन से हुआ होगा। जब इंजीनियर ने गुरुजी से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने इंजीनियर को धमकी दी कि अगर उन्होंने इलाज बंद किया तो उनकी सेहत और भी बिगड़ जाएगी। पीड़ित इंजीनियर ने अब न्याय के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस ने विजय गुरुजी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और ठगी व स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने के मामले में आगे की जांच की जा रही है।
