Gold Tax News: गोल्ड मार्केट में भूचाल! चीन ने खत्म की गोल्ड टैक्स छूट, 1 नवंबर से बाजार में मचने वाला है हड़कंप
punjabkesari.in Saturday, Nov 01, 2025 - 02:54 PM (IST)
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड मार्केट्स में से एक चीन ने एक ऐसा कदम उठा लिया है, जिसने अंतरराष्ट्रीय सोने के कारोबार में हलचल मचा दी है। बीजिंग ने गोल्ड पर दी जाने वाली टैक्स छूट (Gold Tax Exemption) को खत्म करने का फैसला किया है। यह नया नियम 1 नवंबर 2025 से लागू हो चुका है। अब ज्वेलर्स को शंघाई गोल्ड एक्सचेंज (SGE) से खरीदे गए सोने की बिक्री पर वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) में कोई छूट नहीं मिलेगी — चाहे वह सोना सीधे बेचा जाए या ज्वेलरी बनाकर।
चीन की अर्थव्यवस्था को सहारा देने की कोशिश
विश्लेषकों के मुताबिक, चीन सरकार का यह कदम राजस्व बढ़ाने की दिशा में एक मजबूर प्रयास है। रियल एस्टेट संकट, गिरते निवेश और धीमी आर्थिक वृद्धि से जूझ रही चीन की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए सरकार को अब टैक्स से अधिक आय की जरूरत है। लेकिन इस फैसले का सीधा असर आम उपभोक्ताओं पर पड़ेगा — क्योंकि टैक्स बढ़ने से सोने की कीमतों में उछाल तय है।
आने वाले समय में ज्वेलरी खरीदना और महंगा
भारत, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड उपभोक्ता देश है, उस पर भी इस फैसले का असर पड़ना तय है। चीन में टैक्स बढ़ने से गोल्ड की थोक कीमतें ऊपर जाएंगी, जिससे भारत में भी इम्पोर्ट कॉस्ट बढ़ेगी। इसका मतलब यह है कि आने वाले समय में ज्वेलरी खरीदना और महंगा हो सकता है।
निवेशकों के लिए अब भी ‘सुरक्षित ठिकाना’ सोना
हाल ही में वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और युद्ध जैसे हालातों के बीच सोना निवेशकों के लिए सबसे भरोसेमंद एसेट बन गया था। टैक्स छूट हटने के बावजूद एक्सपर्ट्स का मानना है कि गोल्ड की मांग में बहुत बड़ी गिरावट नहीं आएगी — क्योंकि यह अब भी “सेफ हेवन” (Safe Haven Asset) बना हुआ है।
Gold का मौजूदा दाम और उतार-चढ़ाव
फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना करीब 4,000 डॉलर प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रहा है। शनिवार दोपहर तक गोल्ड 4,013.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले सत्र से करीब 25 डॉलर कम है।
वहीं, चांदी (Silver Price) भी हल्की गिरावट के साथ 48.25 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है।
क्या 5,000 डॉलर तक पहुंच सकता है सोना?
वित्तीय विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले 12 महीनों में गोल्ड की कीमतें 5,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती हैं।
कारण हैं —
-सेंट्रल बैंकों की लगातार खरीदारी
-अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें
-वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव
-इन सब वजहों से सोने की मांग लंबे समय तक मजबूत बनी रहने की संभावना है।
