क्रिसमस से एक दिन पहले गोवा में बीफ विक्रेताओं की हड़ताल: दुकानें हुई बंद, की सुरक्षा की मांग
punjabkesari.in Tuesday, Dec 24, 2024 - 10:28 AM (IST)
नेशनल डेस्क। गोवा में क्रिसमस से पहले बीफ विक्रेताओं ने सोमवार को राज्यव्यापी हड़ताल का ऐलान किया। यह कदम मडगांव में पिछले सप्ताह एक गौरक्षक समूह के साथ झड़प के बाद उत्पीड़न के विरोध में उठाया गया। विक्रेताओं का कहना है कि उनकी दुकानें मंगलवार को भी बंद रहेंगी। कुरैशी मीट ट्रेडर्स एसोसिएशन ने अपने सदस्यों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से उनकी मांगों को लेकर मुलाकात की अपील की है।
क्या है विवाद?
पिछले हफ्ते मडगांव के बाजार में तनाव तब बढ़ा जब एक गौरक्षक समूह ने बीफ विक्रेताओं के काम में बाधा डाली। उन्होंने बीफ उतार रहे एक वाहन को रोक दिया और विक्रेताओं पर आपूर्ति में अवैधता का आरोप लगाया। यह तनाव शारीरिक झगड़े में बदल गया जिसमें तीन बीफ विक्रेता घायल हो गए।
इसके बाद व्यापारियों ने अपनी सुरक्षा की चिंता जताते हुए सोमवार से अपनी दुकानें बंद कर दीं। गोवा में लगभग 75 बीफ की दुकानें हैं जहां करीब 250 लोग काम करते हैं।
मुख्यमंत्री को पत्र लिखा
ऑल गोवा मुस्लिम जमात के अध्यक्ष बशीर अहमद शेख ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को पत्र लिखकर गोवा में सांप्रदायिक तनाव पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि गोवा हमेशा अपने शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है लेकिन हाल की घटनाएं इस सद्भाव को खतरे में डाल रही हैं।
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क्या है विक्रेताओं की मांग?
कुरैशी मीट ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव अनवर बेपारी ने बताया, “हम चाहते हैं कि सरकार हमारी सुरक्षा की गारंटी दे और गौरक्षक समूहों की ओर से हो रहे उत्पीड़न को रोके। बीफ के परिवहन और दुकानों पर किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।”
विक्रेताओं का कहना है कि गौरक्षकों को गायों की परवाह नहीं है बल्कि वे उनसे जबरन वसूली करना चाहते हैं। शब्बीर शेख ने आरोप लगाया कि गौरक्षक हफ्ता मांग रहे हैं और उनकी मांगें न मानने पर व्यापार में रुकावट डालते हैं।
बीफ की मांग और आपूर्ति
गोवा में रोजाना लगभग 25 टन बीफ की खपत होती है जिसमें से 10-12 टन पड़ोसी राज्यों से आता है। लेकिन वर्तमान में तनाव के कारण आपूर्ति प्रभावित हो रही है। खासकर क्रिसमस के समय बीफ की मांग बढ़ जाती है लेकिन हड़ताल के कारण लोगों को इसकी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
व्यापारियों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना के बाद व्यापारियों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। गौरक्षक समूहों द्वारा की जा रही गतिविधियों ने व्यापारियों को मजबूर कर दिया है कि वे सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग करें।
सरकार का अगला कदम
विक्रेताओं की मांग है कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत उनके साथ बैठक करें और इस मुद्दे को हल करें। सरकार द्वारा जल्द ही इस मामले पर निर्णय लिए जाने की उम्मीद है ताकि क्रिसमस के मौके पर बीफ की आपूर्ति सुचारू रूप से हो सके।
अंत में बता दें कि गोवा में बीफ विक्रेताओं की यह हड़ताल न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी एक बड़ी समस्या बन गई है। सरकार के लिए यह चुनौती है कि वह व्यापारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और राज्य में शांति बनाए रखे।