भारत का दबाव आया काम, चीन ने BRF सूची से BCIM समेत हटाए 35 कॉरिडोर के नाम

punjabkesari.in Monday, Apr 29, 2019 - 12:46 PM (IST)

बीजिंग: चीन की महत्वकांशी  बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI)  प्रोजेक्ट परियोजना को लेकर भारत का ड्रेगन पर दबाव काम कर गया है।   चीन ने रविवार को BRI प्रोजेक्ट की नई सूची जारी की जिसमें से बांग्लादेश, चीन, भारत, म्यांमार (BCIM) इकोनॉमिक कॉरिडोर को हटा दिया गया है। शनिवार को खत्म हुए दूसरे बेल्ट एंड रोड फोरम (BRF) में 37 राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए थे। इसमें 64 बिलियन डॉलर (करीब 4 लाख करोड़ रुपए) डील हुई।  
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पहला बीआरएफ 2017 में हुआ था। इसमें भारत यह कहते हुए शामिल नहीं हुआ था कि चीन-पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करता है।  CEPC पाक के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से गुजरेगा। भारत के विरोध के कारण ही चीन में आयोजित ‘बेल्ट एंड रोड फोरम’ (BRF) की बैठक के समापन पर जारी नई सूची से अरबों डॉलर की BRI परियोजना में मूल रूप से सूचीबद्ध ‘बांग्लादेश, चीन, भारत, म्यामांर आर्थिक गलियारों’ के नाम (BCIM) से गायब हैं। वर्ष 2017 की पहली  BRF बैठक की तरह ही चीन - पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) पर अपने ऐतराज के चलते भारत इस दूसरी बैठक से भी दूर रहा।

 

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चीन का दूसरा बेल्ट एंड रोड फोरम (BRF) यहां शनिवार को 64 अरब डॉलर के सौदों पर हस्ताक्षर होने के साथ संपन्न हुआ। साथ ही, चीन के अरबों डॉलर की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के संदर्भ में संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के प्रति सम्मान प्रकट किया गया, जो भारत की एक अहम मांग थी। फोरम की बैठक में 37 राष्ट्राध्यक्षों एवं शासनाध्यक्षों ने हिस्सा लिया। बैठक के समापन पर जारी संयुक्त बयान में एक सूची संलग्न है, जिसमें कनेक्टिविटी के समर्थन वाले आर्थिक गलियारों और अन्य परियोजनाओं के नाम हैं।  CPEC, नेपाल चीन ट्रांस हिमालय मल्टी डाइमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क (जिसमें नेपाल-चीन सीमापार रेलवे लाइन शामिल है) और चीन म्यामांर आर्थिक गलियारा का दक्षिण एशियाई क्षेत्र की सूची में उल्लेख है।

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बांग्लादेश, चीन,  भारत म्यामांर,  आर्थिक गलियारा (BCIMEC) को BRI की परियोजनाओं की नई सूची में उल्लेखित 35 गलियारों में शामिल नहीं किया गया है। वर्ष 2013 में जब इस बीआरआई परियोजना को शुरू किया गया था, तब उसमें उसका भी उल्लेख किया गया था। भारत बीआरआई के तहत आने वाले सीपीईसी का विरोध करता रहा है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरता है। 2800 किलोमीटर लंबे बीसीआईएमईसी में चीन के युनांन प्रांत के कुनमिंग को कोलकाता से जोड़ने का प्रस्ताव है। यह गलियारा म्यामांर के मांडले और बांग्लादेश के ढ़ाका से गुजरेगा।


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Tanuja

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