सुहागरात पर दूल्हा मां के सामने फूट-फूटकर रोया...डोली पर विदाई देने वाला भाई निकला दुल्हन का पहला पति, खुला चौकाने वाला राज

punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 02:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: शादी की रात जिस वक्त घर में खुशियों की गूंज होनी चाहिए थी, उस वक्त एक दूल्हा अपनी मां के सामने फूट-फूटकर रो रहा था — क्योंकि उसकी नई नवेली दुल्हन गहनों और नकदी के साथ फरार हो चुकी थी। दरअसल, इस घचना की शुरूआत बड़वानी जिले से होती हैं जहां नान सिंह की उम्र बढ़ रही थी, लेकिन शादी के लिए रिश्ते नहीं मिल रहे थे। उसका बड़ा भाई वेस्ता कलेश इस बात से बहुत परेशान था। इसी दौरान वह एक दलाल कैलाश चौहान के संपर्क में आया, जिसने नान सिंह की शादी के लिए एक लड़की की व्यवस्था करने की बात कही। लड़की का नाम बताया गया – "आसमा"।

आसमा से नान सिंह की शादी आदिवासी रीति-रिवाजों से हुई। शादी में सब कुछ सामान्य लग रहा था – दुल्हन की विदाई हुई, शादी की रस्में पूरी होने के बाद दुल्हन के तथाकथित परिवार ने कहा कि वे कुछ सामान भूल आए हैं और लेने जा रहे हैं। इसी बहाने वे दुल्हन को भी साथ ले गए। रात बीती, दूल्हे का परिवार दुल्हन के इंतज़ार में बैठा रहा, लेकिन सुबह तक जब कोई नहीं लौटा, तो सब समझ में आने लगा। नान सिंह ने अपनी मां को कहा – "मां, मेरी दुल्हन भाग गई..."

 पुलिस खुलासा: असली पति बना था भाई, सबकुछ था स्क्रिप्टेड
जब पुलिस ने जांच शुरू की तो हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ। शादी के नाम पर ठगी करने वाले इस गिरोह में कुल पांच लोग शामिल थे — जिसमें महिला आसमा भी शामिल थी। पुलिस ने बताया कि जिस 'भाई' ने दुल्हन को विदा किया था, वो उसका असली पति रामदास था। इस गिरोह में शामिल अन्य लोग हैं – कैलाश चौहान (दलाल), इस्लाम सिंह बर्डे और हीरालाल बर्डे। शादी के लिए हीरालाल ने अपना घर भी किराए पर दिया था, ताकि नकली परिवार और माहौल पूरी तरह से असली लगे।

 जल्द पैसा कमाने का तरीका बना ठगी का धंधा
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह तेजी से पैसा कमाने के लिए लोगों की भावनाओं से खेलकर, फर्जी शादियों के जरिए उन्हें ठगता था। संभावना है कि इस गिरोह ने कई और लोगों को भी इसी तरह लूटा है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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