बांग्लादेश की बर्बादी से खुश पाकिस्तान, अखबारों में छापी ऐसी हेडलाइन
punjabkesari.in Tuesday, Aug 06, 2024 - 06:09 PM (IST)
इस्लामाबाद: बांग्लादेश में बिगड़े हालात से पाकिस्तान बेहद खुश है। पहली वजह उसके आका चीन का खुश होना और दूसरी वजह हैं भारत के खास पड़ोसी को तकलीफ में देखना। जानकारों की मानें तो बांग्लादेश में संकट के लिए पाकिस्तान समर्थक जमात-ए-इस्लामी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पाकिस्तानी अखबार 'ट्रिब्यून' ने आज हेडलाइन में लिखा है, 'बांग्लादेश में जनता की जीत।' इस खबर में सड़कों पर प्रदर्शन करते लोगों की तस्वीरें दिखाई गई हैं। पाकिस्तानी अखबार 'ट्रिब्यून' ने इसे 'बांग्लादेश में जनता की जीत' के रूप में दिखाया है, जबकि इस्लामाबाद के अन्य प्रमुख अखबारों में भी इस घटना को प्रमुखता से कवर किया गया है।
वहीं पाक के Dawn अखबार ने सुर्खी दी "बांग्लादेश ने हसीना को देश निकाला दिया "। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया है। शेख हसीना मुश्किल समय में भारत आ गई हैं। बताया जा रहा है कि वे यूके में शरण ले सकती हैं लेकिन ब्रिटेन ने फिलहाल उन्हें शरण देने से इंकार कर दिया है। फिलहाल वे भारत में एक सुरक्षित स्थान पर हैं। अमेरिका और यूके ने बांग्लादेश के बिगड़े हालात पर चिंता व्यक्त की है। माना जा रहा है कि इस स्थिति के लिए पाकिस्तान समर्थक जमात-ए-इस्लामी पार्टी जिम्मेदार है। पाकिस्तानी अखबारों की सुर्खियां भी इसी ओर इशारा कर रही हैं।
'हंस इंडिया' की हेडलाइन
भारत के अखबार 'हंस इंडिया' की हेडलाइन है, 'Bangladesh Burns' यानी 'बांग्लादेश जल रहा है।' यह हेडलाइन भारत की चिंता को दर्शाती है। भारत ने हमेशा बांग्लादेश का साथ दिया है और अब भी दे रहा है। बांग्लादेश में छात्रों का प्रदर्शन पिछले कुछ दिनों से उग्र हो गया था। वे सरकारी कार्यालयों और वाहनों को आग लगा रहे थे। ऐसा लग रहा था कि पूरा बांग्लादेश जल रहा है। वे बांग्लादेश वायुसेना के विमान से अपनी बहन रिहाना के साथ सोमवार शाम को गाजियाबाद के इंडियन एयर बेस पर उतरीं। शेख हसीना को हिंडन एयर बेस के सुरक्षित स्थान में 14 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है। उनकी सुरक्षा के लिए वायुसेना के गरुड़ कमांडोज को तैनात किया गया है।
बता दें कि सोमवार को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया और सेना के विमान से देश छोड़कर भारत चली आईं। उनके जाने की खबर फैलते ही सैकड़ों लोगों ने उनके आवास में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट की। पिछले 15 दिनों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 400 से अधिक लोग मारे गए हैं। अमेरिका और यूके समेत कई देशों ने बांग्लादेश में बिगड़े हालात पर चिंता जताई है। उन्होंने बांग्लादेश में स्थिरता और शांति बनाए रखने की अपील की है। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। छात्र आंदोलनों के प्रमुख समन्वयक, नाहिद इस्लाम ने एक वीडियो संदेश में बताया कि प्रोफेसर यूनुस ने इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को स्वीकार कर लिया है।