Balasore Harassment Case: कॉलेज में छात्रा ने खुद को लगाई आग, AIIMS में हुई मौत

punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 07:21 AM (IST)

 नेशनल डेस्क: ओडिशा के बालासोर जिले में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। फकीर मोहन (एफएम) ऑटोनोमस कॉलेज की एक छात्रा ने कथित उत्पीड़न से परेशान होकर आत्मदाह कर लिया था। गंभीर हालत में भुवनेश्वर के एम्स में भर्ती छात्रा ने अंततः सोमवार देर रात दम तोड़ दिया। इस दुखद घटना ने न सिर्फ प्रशासन को चौकन्ना कर दिया, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी उबाल ला दिया है।

आखिरी सांस तक चली जीवन की जंग
12 जुलाई को गंभीर रूप से जल चुकी छात्रा को बालासोर जिला अस्पताल से एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया था। शाम 5:15 बजे जैसे ही वह अस्पताल पहुंची, डॉक्टरों ने इमरजेंसी उपचार शुरू कर दिया। मरीज की हालत को देखते हुए उसे आईसीयू के बर्न्स सेंटर में वेंटिलेटर पर रखा गया और हाई डोज एंटीबायोटिक दवाएं दी गईं। बावजूद इसके, छात्रा की हालत लगातार बिगड़ती रही और 14 जुलाई की रात 11:46 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया।

डिप्टी सीएम और राष्ट्रपति ने परिजनों से की मुलाकात
छात्रा की मौत के बाद राज्य की उपमुख्यमंत्री प्रवति परिदा एम्स पहुंचीं और परिजनों से मुलाकात कर संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पूरे मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और जांच में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। इससे पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी एम्स जाकर पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति ने परिवार को सांत्वना दी और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री का भरोसा: दोषियों को मिलेगी सजा
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने भी इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा कि सरकार ने छात्रा को बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने छात्रा के परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया और कहा कि दोषियों को कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।

राजनीतिक संग्राम शुरू, गिरफ्तारी और प्रदर्शन
इस मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। कांग्रेस और बीजू जनता दल (बीजेडी) के कार्यकर्ताओं ने एम्स के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। भारी जनदबाव के बाद एफएम कॉलेज के प्रिंसिपल और संबंधित विभाग के एचओडी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष और तेजी से जांच की जाए।

 हालांकि, अब तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि छात्रा को किस प्रकार का उत्पीड़न झेलना पड़ा, लेकिन सूत्रों के अनुसार कॉलेज प्रशासन और कुछ फैकल्टी मेंबरों के व्यवहार से छात्रा मानसिक रूप से बेहद परेशान थी। पुलिस और विशेष जांच दल अब इस दिशा में गहराई से जांच कर रहे हैं।

 
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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