बाबरी केस: मोदी ने की भाजपा नेताओं से चर्चा, उमा ने टाली अयोध्या यात्रा

punjabkesari.in Thursday, Apr 20, 2017 - 12:01 AM (IST)

नई दिल्ली: अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचे के ध्वंस को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, डा. मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती के विरुद्ध साजिश रचे जाने के आरोप तय करने के आदेश के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ लंबी विचार मंत्रणा की।   सूत्रों ने यहां बताया कि प्रधानमंत्री निवास पर अपराह्न हुई बैठक में जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और एम. वेंकैया नायडू शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार करीब एक घंटे तक चली इस बैठक के बाद शाह और भारती के बीच टेलीफोन पर बातचीत भी हुई।  

 

भारती ने उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद आनन-फानन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आज रात अयोध्या जाने और सरयू नदी से रामलला के अस्थायी मंदिर और हनुमानगढ़ी के मंदिर के दर्शन करने का ऐलान किया था लेकिन शाम को भारती ने अयोध्या जाने का निर्णय स्थगित कर दिया। समझा जाता है कि शाह ने उन्हें अभी अयोध्या ना जाने का सुझाव दिया है। हालांकि भारती ने शाम को एक विज्ञप्ति जारी करके कहा कि अयोध्या उनके लिए आस्था का विषय है और मीडिया रिपोर्टों को देख कर लगा कि उनकी यात्रा व्यक्तिगत ना होकर एक राजनीतिक घटना हो जाएगी तो उन्होंने अयोध्या कल ना जाकर कुछ दिन बाद जाने का निर्णय लिया है। 


वह अभी दिल्ली नगर निगम के चुनावों के प्रचार में शामिल होंगी। उधर देर शाम को डा. मुरली मनोहर जोशी, आडवाणी के घर पहुंचे और दोनों बुजुर्ग नेताओं ने उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर आपसी विचार मंत्रणा की। सूत्रों के अनुसार बाद में एक और बैठक में जेटली, सिंह, वेंकैया नायडू, सुषमा स्वराज, और डा. जितेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। बताया गया है कि इस बैठक में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया। कश्मीर घाटी में हुए उपचुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन की हार और घाटी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर राजनीति इस समय चरम पर है। 


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