दिल्ली में ऑटो-टैक्सी यूनियन ने 18 अप्रैल को हड़ताल पर जाने का ऐलान किया

punjabkesari.in Friday, Apr 15, 2022 - 09:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार ने ऑटो रिक्शा और टैक्सी किराये की समयबद्ध तरीके से समीक्षा के लिए एक समिति गठित करने की शुक्रवार को घोषणा की। वहीं, इन वाहनों के संघों का कहना है कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद किराया बढ़ाने की मांग को लेकर वे 18 अप्रैल को हड़ताल करेंगे। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर किराया तय करने के लिए समिति गठित करने की घोषणा की और कहा कि केजरीवाल सरकार शहर के ऑटो रिक्शा और टैक्सी संघों की परेशानियां समझती है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण, ऑटो, टैक्सी यूनियन किराये में संशोधन की मांग कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल नीत सरकार उनकी चिंताओं को समझती है। परिवहन विभाग द्वारा जल्द ही एक समिति गठित की जाएगी, जो समयबद्ध तरीके से अपनी सिफारिशें देगी।''

'सीएनजी की कीमतों को पुराने स्तर पर वापस लाया जाए'
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विभाग द्वारा सोमवार को समिति को अधिसूचित किये जाने की उम्मीद है। समिति में ऑटो-टैक्सी संघों के प्रतिनिधि, यात्रियों और अधिकारियों को बतौर सदस्य शामिल किया जाएगा। हालांकि, विभिन्न ऑटो-टैक्सी संघों के पदाधिकारियों ने संवाददाता सम्मेलन में 18 अप्रैल को हड़ताल पर जाने की बात दोहरायी। सर्वोदय ड्राइवर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि राठौड़ ने कहा, ‘‘हमें नहीं पता है कि समिति कब गठित होगी और वह क्या सिफारिश करेगी।

18 अप्रैल से हड़ताल पर जाएंगे
हमारी मांग सिर्फ किराया वृद्धि की नहीं है, बल्कि यह है कि दिल्ली सरकार और केन्द्र सरकार सुनिश्चित करें कि सीएनजी की कीमतों को पुराने स्तर पर वापस लाया जाए।'' उन्होंने कहा कि सभी ऑटो/टैक्सी चालकों के संघ हड़ताल पर जाएंगे। कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) की कीमतों में 2.50 रुपये की नयी बढ़ोतरी के साथ ऑटो रिक्शा, टैक्सी और कैब चालक संघों के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों को आगाह किया कि वे गैस की कीमतों में सब्सिडी की मांग के लिए 18 अप्रैल से हड़ताल पर जाएंगे।

हड़ताल में कौन-कौन होगा शामिल?
सैकड़ों ऑटो रिक्शा, टैक्सी और कैब चालकों ने सीएनजी की कीमतों में सब्सिडी की मांग को लेकर 11 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय के सामने धरना दिया था। वहां दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के तत्वावधान में विरोध प्रदर्शन किया गया। बस संचालकों ने भी शहर में ऑटो रिक्शा और टैक्सी यूनियन की हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है। एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के महासचिव श्यामलाल गोला ने कहा, ‘‘पिछले दो वर्षों में हम भी कोविड-19 के असर से प्रभावित हुए हैं और अब सीएनजी की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। हमारे संगठन के सदस्य भी 18 अप्रैल को हड़ताल में शामिल होंगे और उस दिन निजी बसें नहीं चलेंगी।''

सीएनजी में हमें प्रति किलोग्राम 35 रुपये सब्सिडी दी जाए
दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा, ‘‘सीएनजी की कीमत हर दिन बढ़ रही है और हम सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमें प्रति किलोग्राम 35 रुपये सब्सिडी दी जाए।'' दिल्ली के ऑटो रिक्शा और टैक्सी एसोसिएशन ने छह अप्रैल को मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर सीएनजी पर प्रति किलोग्राम 35 रुपये सब्सिडी देने की मांग की थी। राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को एक बार फिर सीएनजी की कीमत में 2.50 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की गई। दिल्ली में अभी सीएनजी की कीमत 71.61 रुपये प्रति किग्रा है।

 

 


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Content Editor

rajesh kumar

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