ग्वालियर के इस स्कूल में 90 साल पहले पढ़े हैं पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee

punjabkesari.in Wednesday, Dec 25, 2024 - 01:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क। देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन आज यानि कि 25 दिसंबर को मनाया गया। यह साल उनके जन्म का 100वां वर्ष है जिसे देश भर में खास तरीके से मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित गोरखी स्कूल जहां अटल जी ने पढ़ाई की थी में भी यह दिन बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया।

गोरखी स्कूल: अटल जी की यादों का केंद्र

ग्वालियर के महाराज बाड़ा क्षेत्र में स्थित गोरखी स्कूल अटल जी की शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। उन्होंने 1934 में इस स्कूल में छठवीं कक्षा में दाखिला लिया और 1938 तक आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की। स्कूल का हर कोना आज भी अटल जी की यादों से जुड़ा हुआ है। यहां के शिक्षक और छात्र इसे अपनी धरोहर मानते हैं। स्कूल में अटल जी का उपस्थिति रजिस्टर आज भी सुरक्षित रखा गया है जिसमें उनका उपस्थिति नंबर 101 दर्ज है जो उनके अनुशासन और समर्पण को दर्शाता है।

अटल जी की कक्षा को बनाया धरोहर

जिस कक्षा में अटल जी पढ़ा करते थे उसे विशेष धरोहर के रूप में संरक्षित किया गया है। यह कक्षा स्कूल के इतिहास और अटल जी के योगदान की याद दिलाती है।

अटल पूजन से होती है शुरुआत

गोरखी स्कूल में हर दिन की शुरुआत अटल पूजन से होती है। छात्र और शिक्षक मिलकर अटल जी की प्रतिमा के सामने प्रार्थना करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

कविताओं से जुड़ी अटल जी की यादें

अटल जी का साहित्य और कविताओं से विशेष लगाव था। स्कूल के दिनों में वे पेड़ के नीचे बैठकर कविताएं गुनगुनाते थे। आज स्कूल के छात्र भी उनकी कविताओं का पाठ करते हैं और उनसे प्रेरित होकर खुद भी कविताएं लिखते हैं।

स्मार्ट स्कूल बना गोरखी

अटल जी के समय का यह स्कूल अब पूरी तरह स्मार्ट बन चुका है। यहां करीब 2,000 से ज्यादा छात्र सुबह और शाम की पाली में पढ़ाई करते हैं। छात्रों का कहना है कि वे गर्व महसूस करते हैं कि उन्होंने उसी स्कूल में पढ़ाई की जहां कभी अटल जी शिक्षा प्राप्त करते थे।

अटल जी का 100वां जन्मदिन: खास उत्सव

अटल जी का 100वां जन्मदिन गोरखी स्कूल में धूमधाम से मनाया गया। छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर कार्यक्रम आयोजित किए।

- कविता पाठ: छात्रों ने अटल जी की प्रसिद्ध कविताओं का पाठ किया।
- विशेष प्रार्थना: उनके सम्मान में सामूहिक प्रार्थना का आयोजन हुआ।
- स्मृतिचिह्न: अटल जी की याद में विशेष स्मृतिचिह्न का अनावरण किया गया।

अटल जी को देश भर में दी गई श्रद्धांजलि

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन न केवल गोरखी स्कूल में बल्कि पूरे देश में मनाया गया। लोग उनकी कविताओं, भाषणों और राजनीतिक योगदान को याद कर रहे हैं। उनकी नेतृत्व शैली, विनम्रता और कविताओं ने उन्हें हर दिल अजीज बनाया।

अंत में बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी न केवल एक राजनेता थे बल्कि एक संवेदनशील कवि और आदर्श व्यक्ति भी थे। गोरखी स्कूल आज भी उनके मूल्यों और शिक्षाओं को आगे बढ़ा रहा है। यह स्कूल न केवल अटल जी की शिक्षा का केंद्र है बल्कि उनकी यादों और आदर्शों को संरक्षित करने का एक जीवंत उदाहरण भी है।


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News Editor

Rahul Rana

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