असदुद्दीन ओवैसी ने की पाक सेना प्रमुख के बयान की निंदा, कहा- राजनीतिक जवाब जरूरी...
punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 03:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष आसिम मुनीर द्वारा अमेरिका की धरती से भारत को दी गई परमाणु धमकी की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को इस पर राजनीतिक प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
Pakistan Army Chiefs threats & language against India are condemnable.That he did this from the US soil makes it worse. It deserves a Political response from the Modi government & not just the MEA statement, Government must lodge their protest and raise the issue with US…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 12, 2025
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि अमेरिका का भारत एक रणनीतिक साझेदार है और अमेरिकी धरती का यह दुरुपयोग भारत तथा भारतीयों दोनों को अस्वीकार्य है। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार को अपना विरोध दर्ज कराना चाहिए और इस मुद्दे को अमेरिका के समक्ष मजबूती से उठाना चाहिए।
ओवैसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पाकिस्तानी सेना प्रमुख की भारत के खिलाफ धमकियां और भाषा निंदनीय है। उन्होंने यह सब अमेरिका की धरती से किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई है। इस पर मोदी सरकार की ओर से राजनीतिक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है, न कि केवल विदेश मंत्रालय के बयान की।'' एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान की सैन्य मंशा को जानते हुए भारत को अपने सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार द्वारा रक्षा के लिए कम बजटीय आवंटन अब और जारी नहीं रह सकता। हमें बेहतर तैयारी करने की जरूरत है।''
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की भारत के खिलाफ नयी परमाणु धमकी ने उस देश में परमाणु कमान और नियंत्रण की विश्वसनीयता को लेकर लंबे समय से चली आ रही आशंकाओं को और मजबूत किया है, जहां सेना की आतंकवादी संगठनों के साथ ‘‘मिलीभगत'' है। इसने कहा था कि भारत किसी भी ‘परमाणु ब्लैकमेल' के आगे नहीं झुकेगा। अमेरिकी धरती से मुनीर द्वारा की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने कहा कि परमाणु हथियारों की धमकी वाले बयान देना पाकिस्तान की ‘‘आदत'' है।
भारत ने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि नयी दिल्ली अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाती रहेगी। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर वाशिंगटन को दिए गए संदेश में कहा कि यह भी खेदजनक है कि ये टिप्पणियां एक ‘‘मित्रवत तीसरे देश'' की धरती से की गईं।