याकूब मेमन की गिरफ्तारी पर पूर्व रॉ अधिकारी के लेख से खुलासा!

punjabkesari.in Friday, Jul 24, 2015 - 09:23 AM (IST)

नई दिल्ली: 1993 के मुंबई धमाकों के आरोपी याकूब मेमन को 30 जुलाई को नागपुर जेल में फांसी होगी। इसी बीच एक पूर्व रॉ अधिकारी के एक लेख से सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि याकूब को फांसी उचित नहीं है। दरअसल, वर्ष 2007 में कैबिनेट सचिवालय में पूर्व अतिरिक्त सचिव बी रमन ने एक लेख में लिखा था, लेकिन यह लेख प्रकाशित नहीं हुआ। इसके बाद पूर्व रॉ अधिकारी रमन का जून 2013 में निधन हो गया था।

रमन उस समय खुफिया एजेंसी रॉ की पाकिस्तान डेस्क के प्रमुख थे। उन्होंने याकूब और उसके परिवार को कराची से लाने वाले अभियान का समन्वय किया था। रमन ने यह लेख अपने रिटायरमेंट के कुछ हफ्ते पहले लिखा था और इसके अब सामने आने पर ही इस बात का खुलासा हुआ है कि जुलाई 1994 में याकूब को नेपाल पुलिस की सहायता से अनौपचारिक रूप से एविएशन रिसर्च सेन्टर के एक एयरक्राफ्ट से दिल्ली लाया गया। पुरानी दिल्ली में औपचारिक रूप से उसे गिरफ्तार किया गया। पूरी आंतरिक कार्रवाई का समन्वय रमन द्वारा किया गया। उनके भाई रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बीएस राघवन की अनुमति के बाद यह लेख छापा गया।

रमन ने लिखा है कि अगर जुलाई 1994 से पहले की घटनाओं को देखें तो इसमें कोई दो राय नहीं कि याकूब को फांसी मिलनी चाहिए लेकिन इसके बाद की घटनाओं को देखे, तो यह साफ है कि याकूब ने जांच में एजेंसियों की मदद की और अपने परिवार के कुछ और लोगों को भी सरेंडर करने के लिए मनाया था। 


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