‘भाई! राजी तो तुम लोग हो गए किंतु नामा कौन देगा’

punjabkesari.in Thursday, May 28, 2015 - 05:47 AM (IST)

थानेसर(नरुला): भाजपा सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए भले ही जी-तोड़ प्रयास कर रही है किंतु कुछ पुलिसकर्मी अपने आलाधिकारियों की परवाह न कर सरकार की छवि को ही धूमिल कर रहे हैं। इलाके के एक थाने में एक पुलिसकर्मी ने आपसी समझौते के नाम पर जिस प्रकार सुविधा शुल्क की मांग की, उसे सुनकर शिकायतकत्र्ता भी दंग रह गया। आखिर शिकायतकत्र्ता को समझौते की प्रति उक्त पुलिसकर्मी को न देकर एस.एच.ओ. को देनी पड़ी। मामले की जानकारी देते हुए प्रार्थी ने बताया कि ज्योतिसर निवासी एक युवक उन्हें परेशान कर रहा था। इस बारे उसने शिकायत एस.एच.ओ. को दी।

दोनों पक्षों को थाने में बुलाया जहां दोनों पक्षों की पंचायत में राजीनामा हो गया। एस.एच.ओ. के अचानक थाने से किसी कार्यवश बाहर जाने के कारण उक्त समझौते की प्रति थाने में कार्यरत पुलिसकर्मी को देने की बात कही। हैरतअंगेज बात तब हुई जब शिकायतकत्र्ता ने राजीनामा की प्रति उक्त पुलिसकर्मी को थमाई तो उसने तपाक से कह दिया कि भाई! राजी तो तुम लोग हो गए किंतु नामा कौन देगा यानी सुविधा शुल्क तो देते जाओ। यह सुनकर शिकायतकत्र्ता अपने साथ आए लोगों के साथ लौट आया।

जब इस मामले को लेकर उक्त पुलिसकर्मी से पूछा तो उसने कहा मैं तो उनसे मजाक कर रहा था। ये लोग तो मेरे बहुत अच्छे जानकार हैं। शिकायतकत्र्ता ने बताया कि मैं तो कभी उक्त पुलिसकर्मी से मिला तक नहीं। इस मामले बारे एस.एच.ओ. ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि यदि यह बात हुई है तो सरासर गलत है। वे इस बारे पुलिसकर्मी से बातचीत करेंगे।

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