जेहलम के जलस्तर में कमी पर बाढ़ का खतरा टला नहीं

punjabkesari.in Wednesday, Apr 01, 2015 - 02:49 AM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश न होने के कारण बाढ़ की स्थिति में सुधार आया है और जेहलम एवं उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से कम होना शुरू हो गया है, पर आसमान पर बादल छाए रहने से बाढ़ का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। मौसम विभाग ने भी अगले 72 घंटे में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई है। 

इस संबंध में पी.एच.ई., सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री अब्दुल मजीद पडर ने बताया कि भारी बारिश के कारण जेहलम और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया था, लेकिन आज सुबह इसमें कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी कश्मीर में संगम का जलस्तर 16.70 फुट था, जो खतरे के निशान से 4 फुट नीचे है। 

उन्होंने बताया कि गत दिन शहर के मुंशी बाग में जेहलम का जलस्तर खतरे के निशान से अधिक था। आज यहां का जलस्तर 18.40 फुट था, जिसमें कल के मुकाबले 2 फुट की कमी आई है। उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा में जलस्तर कल के मुकाबले आज 12.75 दर्ज किया गया।

इसके अलावा श्रीनगर शहर के निचले इलाके में बाढ़ की स्थिति अभी भी बनी हुई है व पम्पों की सहायता से वहां से पानी निकाला जा रहा है। बेमिना कॉलोनी के निवासियों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण ने पिछले 2 दिनों से डूबे उनके घरों से पानी की निकासी के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। इससे पहले सरकार ने घाटी में बाढ़  की  चेतावनी  जारी  कर दी थी और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना से सहायता की मांग की थी। बचाव अभियान के लिए एन.डी.आर.एफ. की टीमें लगी हुई हैं। 

उधर बडगाम में भूस्खलन में फंसे लोगों को निकाल लिया गया है। इसके अलावा जेहलम के तट पर निगरानी के लिए सैंकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं एन.डी.आर.एफ. ने आज बाढ़ में फंसे 700 लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।


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