घूंघट की आड़ में महिलाएं कर रहीं तस्करी

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2015 - 07:40 AM (IST)

सिरसा: चिंताप्रद बात यह है कि अब तो महिलाएं भी इस अंधेरी दुनिया में जीवन का उजाला खो रही हैं। घूंघट की आड़ में महिलाएं मादक पदार्थों की तस्करी कर रही हैं। अकेले सिरसा जिले में पिछले 6 वर्ष में ही पुलिस ने 72 महिलाओं को तस्करी के आरोप में दबोचा है। अलबत्ता बहुतेरी शातिर महिलाएं पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ती। नशे की शुष्क बंदरगाह के रूप में बदनाम हो चुके सिरसा में सीमावर्ती इलाकों में महिलाएं तस्करी जैसे गोरखधंधे में बड़े पैमाने पर संलिप्त हो रही हैं।

वर्ष 2008 में पुलिस ने 45 जबकि 2009 में 15 महिलाओं को तस्करी करते हुए दबोचा। पुलिस सूत्रों के अनुसार पंजाब से सटे रोड़ी व डबवाली व कालांवाली इलाके में अब बड़े तस्कर महिलाओं को माध्यम बनाने लगे हैं। बहुत से तस्कर अपनी बीवी आदि का सहारा लेते हैं तो बहुत सी महिलाएं आर्थिक महत्वाकांक्षा केचलते इस नापाक धंधे में कूद रही हैं। पुलिस बेशक तस्करों पर शिकंजा कसने के लाख दावे करती है। पर पुलिस के ये दावे गले नहीं उतरते। मौत का सामान नशेडिय़ों के लिए आसानी से उपलब्ध है।

एक नशेड़ी के ‘जनाब कोई चैकिंग नहीं होंदी, मैं आप कई वारी संगरियां तो बस ते नशा लै के आया हां।’ शब्दों से जाहिर होता है कि नशे का यह कारोबार बड़े पैमाने पर खुले तौर पर चल रहा है। तस्करी के इस गोरखधंधे में पुलिस की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। नशा करने वाले एक शख्स ने बताया कि हर रोज राजस्थान से खुलेतौर पर बसों में लोग नशे का सामान लेकर आते हैं। चिंताप्रद बात यह है कि आर्थिक महत्वाकांक्षा व पारिवारिक सदस्य के नशे की पूर्ति के लिए महिलाएं तस्करी कर रही हैं, वहीं बहुत सी महिलाएं खुद भी नशे की गिरफ्त में भी हैं।


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