ड्रग गैंग ने तीन लड़कियों को बुलाकर उंगलियां काटी, नाखून उखाड़े... इंस्टाग्राम पर लाइव स्ट्रीमिंग कर दिखाया कत्ल
punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 04:15 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: 19 सितंबर की रात अर्जेंटीना में एक ऐसी हृदय विदारक घटना हुई जिसने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया। तीन युवतियों को बुलाकर एक ड्रग गिरोह ने उनके साथ अमानवीय अत्याचार किए, जो न केवल उनकी जिंदगी छीनने वाला था बल्कि इस जघन्य कृत्य का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर लाइव दिखाकर मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, लड़कियों को पहले बेरहमी से पीटा गया, उनकी उंगलियां काट डाली गईं और नाखून उखाड़ दिए गए। इसके बाद जब वे गिरोह की मनमानी का विरोध कर बैठीं, तो उनकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। इस वीभत्स घटना का एक लाइव वीडियो एक प्राइवेट इंस्टाग्राम अकाउंट से प्रसारित किया गया, जिसे लगभग 45 लोग देख रहे थे। वहीं, इंस्टाग्राम की कंपनी मेटा ने इस लाइवस्ट्रीम की मौजूदगी से इनकार किया है।
इस खौफनाक घटना के खुलासे के बाद पूरे देश में गहरा आक्रोश फैल गया। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और पीड़ित परिवारों के साथ न्याय की मांग करते हुए संसद तक मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने ‘लारा, ब्रेंडा, मोरेना’ के नामों वाले बैनर और तस्वीरें लेकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की पुकार लगाई। पीड़िता ब्रेंडा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी की हालत इतनी खराब थी कि परिवार के लिए उसे पहचानना भी मुश्किल था। ब्रेंडा के दादा ने हत्यारों को निर्दयी राक्षस करार दिया।
पुलिस ने अब तक इस मामले में तीन पुरुषों और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी को बोलीविया की सीमा के पास एक शहर से पकड़ा गया है, जो कथित तौर पर गिरोह को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान कर रहा था। इस निर्मम घटना का मास्टरमाइंड, एक 20 वर्षीय पेरू के नागरिक, अभी फरार है और उसकी तस्वीर जारी कर उसकी तलाश की जा रही है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि तीनों युवतियों को एक पार्टी में बुलाकर उन्हें ‘प्रोस्टिट्यूशन’ के बहाने गिरोह में फंसाया गया था। हालांकि, लारा की आंटी ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज किया कि लारा का न तो ड्रग्स से कोई संबंध था और न ही वह किसी अवैध काम में संलिप्त थी। वहीं, ब्रेंडा और मोरेना के रिश्तेदारों ने माना कि दोनों कभी-कभी आर्थिक मजबूरी के चलते सेक्स वर्क भी करती थीं, लेकिन परिवार को इसकी जानकारी नहीं थी।
अर्जेंटीना में ड्रग तस्करी और उससे जुड़ी हिंसा गंभीर समस्या बन चुकी है। पेरू और बोलीविया से आने वाली कोकीन का रास्ता अक्सर यहीं से होकर यूरोप तक जाता है। बड़े गिरोहों जैसे लॉस मोनोस और अलवाराडो क्लैन इलाकों पर कब्जा करने के लिए आमने-सामने हैं, जबकि छोटे गिरोह सड़कों पर नशा बेचने और जबरन वसूली के माध्यम से अपना दबदबा कायम रखते हैं। सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी मेहनत के बावजूद सीमा पार नेटवर्क, भ्रष्टाचार और निगरानी की कमियों के चलते यह समस्या जड़ से खत्म नहीं हो पा रही।
इस भयावह कांड ने अर्जेंटीना की जनता को न्याय और सुरक्षा की मांग के लिए एकजुट कर दिया है। साथ ही सोशल मीडिया कंपनियों से भी ऐसी क्रूर सामग्री के प्रसार को रोकने की सख्त अपील उठी है। अब अदालत और फॉरेंसिक जांच के परिणाम ही इस मामले की पूरी सच्चाई उजागर करेंगे, लेकिन फिलहाल देश में शोक और आक्रोश दोनों का माहौल व्याप्त है।