किडनी प्रत्यारोपण रैकेट में अपोलो अस्पताल की डॉक्टर पुलिस के निशाने पर, करीब 16 ट्रांसप्लांट करने का ओराप

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2024 - 10:44 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बांग्लादेश और भारत में किडनी प्रत्यारोपण रैकेट की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच ने पांच राज्यों में फैले एक बड़े किडनी रैकेट में शामिल अब तक कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें अब हाल ही में गिरफ्तार की गई दिल्ली अपोलो अस्पताल की एक डॉक्टर भी शामिल है। दिल्ली पुलिस ने अपोलो अस्पताल की डॉ. विजया कुमारी को एक ऐसे नेटवर्क में कथित तौर पर शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया था, जिसमें बांग्लादेशी नागरिकों को मेडिकल टूरिज्म चैनलों के जरिए से प्रत्यारोपण के लिए उनके पास लाया जाता था। पुलिस को पता लगा कि दिल्ली के इस बड़े अस्पताल की महिला डॉक्टर नोएडा के एक अस्पताल में 15 से 16 ट्रांसप्लांट को अंजाम दे चुकी है।

ऐसे अकाउंट में आता था पैसा
आरोप है कि इस महिला डॉक्टर के प्राइवेट असिस्टेंट के अकाउंट में अवैध धंधे का पैसा आता था और महिला डॉक्टर उसे कैश में निकलवा लिया करती थी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह पूरा रैकेट बांग्लादेश से संचालित हो रहा था। जांच में जुटी टीम ने सरकार द्वारा नियुक्त उस कमेटी से भी संपर्क किया है, जो कि किडनी प्रत्यारोपण को अंतिम रूप से मंजूरी देने वाली संस्था है। इससे यह पता लगेगा कि इस पूरे मामले में किसी तरह का घोटाला हुआ है या नहीं। एक आधिकारिक सूत्र के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी दावा करेंगे कि उनके पास आवश्यक मंजूरी थी, इसलिए हम जांच करेंगे कि क्या प्राधिकरण समिति का कोई सदस्य इसमें शामिल तो नहीं था और क्या उचित प्रक्रिया का सख्ती से पालन किया गया था।

कैसे चलता किडनी निकालने का धंधा
बांग्लादेश में रैकेट से जुड़े लोग भारतीय डायलिसिस सेंटर जाते थे और वहां पर देखते थे कि किस मरीज को किडनी की जरूरत है, उसकी पैसे देने की कितनी क्षमता है। एक बार अगर कोई मरीज 25 से 30 लाख रुपये देने को तैयार हो जाता तो फिर ऐसे लोग किसी गरीब बांग्लादेशी को पकड़ते थे और उसे पैसों को प्रलोभन देकर किडनी देने के लिए तैयार करते थे।
उसे झांसा देकर भारत लाते थे और जिस मरीज को किडनी की जरूरत होती थी उसे उसका रिश्तेदार बताते थे। इसके बाद उस व्यक्ति का नकली दस्तावेज बनवा कर महिला डॉक्टर के जरिए उसकी किडनी निकलवा लेते थे।

डॉक्टर किया जा चुका है सस्पेंड
जानकारी के मुताबिक इस महिला डॉक्टर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 4 दिन पहले दिल्ली से ही गिरफ्तार किया है। मामला सामने आने के बाद अपोलो अस्पताल ने महिला डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक कुछ डोनर्स ने ये भी बताया कि उन्हें नौकरी के नाम पर हिन्दुस्तान लाया गया और फिर यहां पर उसकी किडनी निकाल ली गई। किडनी प्रत्यारोपण सर्जन के तौर पर वह लगभग 15 साल पहले दिल्ली के अपोलो अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रूप में शामिल हुई थी। 


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Content Editor

Mahima

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