फडणवीस के भरोसे के बाद अन्ना हजारे ने तोड़ा अनशन
punjabkesari.in Tuesday, Feb 05, 2019 - 08:33 PM (IST)
रालेगण सिद्धि: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आश्वासन के बाद 30 जनवरी से जारी अपना अनशन तोड़ दिया है। फडणवीस ने मंगलवार को केंद्रीय कृषिमंत्री राधा मोहन सिंह और रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे के साथ अन्ना से मुलाकात की और उनकी मांगों को मानने का भरोसा दिलाया जिसके बाद उन्होंने सात दिन से चल रहा अपना अनशन समाप्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि अन्ना की कृषि मूल्य आयोग की स्वायत्तता और किसानों के मुद्दों के समाधान समेत सभी मांगों पर विचार के लिए समिति बनाई जाएगी जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय कृषिमंत्री करेंगे। नीति आयोग के सदस्य भी इसका हिस्सा होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि समिति की समयबद्ध सिफारिशों पर केंद्र सरकार कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि अन्ना ने किसानों की राशि बढ़ाने की मांग की है जिस पर वित्त मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि संसाधन बढऩे पर निधि बढ़ाई जाएगी।Maharashtra CM Devendra Fadnavis: We have decided that the Lokpal search committee will meet on 13 February and the directions of the Supreme Court will be followed. A joint drafting committee has been set up, it will prepare a new bill and we will introduce it in next session. pic.twitter.com/6F2g73em7h
— ANI (@ANI) February 5, 2019
गौरतलब है कि अन्ना केंद्र में लोकपाल और महाराष्ट्र में लोकायुक्त की तत्काल नियुक्ति तथा किसानों के मुद्दों के समाधान के लिए 30 जनवरी से महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में अनशन कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा 2014 में सत्ता में आने से पहले भ्रष्टाचार से निपटने के लिए किए गए वादे भूल गयी है। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार लोकपाल पर अपने वादे पूरे नहीं करती तो वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटा देंगे।