Delhi: IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से 3 स्टूडेंट्स की मौत, गुस्साए छात्रों का MCD के खिलाफ प्रदर्शन
punjabkesari.in Sunday, Jul 28, 2024 - 06:10 AM (IST)
नेशनल डेस्कः सिविल सर्विस की तैयारी कराने वाले राव आईएएस स्टडी सेंटर के बेसमेंट की लाइब्रेरी में पानी भरने से दो छात्राओं व एक छात्र की मौत हो गई। मूसलाधार बारिश के चलते मुख्य रोड पर पानी भर गया और तल नीचे होने से ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित सेंटर के बेसमेंट में भरने लगा। पढ़ाई कर रहे प्रतियोगी छात्र-छात्राएं जान बचाने के लिए सीढ़ी के रास्ते भागने लगे। इस दौरान चार-पांच छात्र-छात्राएं फंस गए। इनमें से तीन की मौत हो गई। एक छात्रा की पहचान तेलंगाना की तान्या के रूप में हुई है।
#WATCH | Old Rajender Nagar incident | Delhi: A group of students staged a protest against the MCD outside the place where the basement of a coaching class was filled with water claiming the lives of three students pic.twitter.com/Siyk5C2nDP
— ANI (@ANI) July 27, 2024
इस बीच, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर वाली एक इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने के बाद सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत पर छात्रों के एक समूह ने एमसीडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि शाम को दिल्ली में भारी बारिश के कारण यह हादसा हुआ। आतिशी ने मामले की मजिस्ट्रेट स्तर की जांच के भी आदेश दिए हैं।
IAS कोचिंग सेंटर में छात्रों की मौत के बाद फूटा BJP सांसद बांसुरी स्वराज का गुस्सा
दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से 2 छात्रों की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही सांसद बांसुरी स्वराज मौके पर पहुंची। उन्होंने राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। छात्रों की मौत के बाद बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज का दिल्ली की सरकार पर गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक पर जमकर निशाना साधा। बांसुरी पाठक ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि स्थानीय लोग पिछले एक हफ्ते से नाले की सफाई के लिए बार-बार दुर्गेश पाठक से गुहार लगा रहे थे। लेकिन विधायक दुर्गेश पाठक और अरविंद केजरीवाल की निकम्मी सरकार ने स्थानीय लोगों की एक गुहार नहीं सुनीं।